एनआइए से जांच कराने की मांग
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वायरल ऑडियो मामला: सांसद व केंद्रीय मंत्री एसएस अहलुवालिया भी कूदे
एनआइए से जांच कराने की मांग सिलीगुड़ी : सोशल मीडिया पर एक पुलिस अधिकारी द्वारा भद्दी-भद्दी गालियां व घर जलाने की धमकी देने वाला ऑडियो वायरल होने के बाद दार्जिलिंग लोकसभा के सांसद तथा केंद्रीय मंत्री एसएस अहलुवालिया भी इस मामले में कूद पड़े हैं. मंगलवार को उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और महिला कल्याण […]
सिलीगुड़ी : सोशल मीडिया पर एक पुलिस अधिकारी द्वारा भद्दी-भद्दी गालियां व घर जलाने की धमकी देने वाला ऑडियो वायरल होने के बाद दार्जिलिंग लोकसभा के सांसद तथा केंद्रीय मंत्री एसएस अहलुवालिया भी इस मामले में कूद पड़े हैं. मंगलवार को उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और महिला कल्याण एंव बाल विकास मंत्री को एक पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है. साथ ही उन्होंने गोरखालैंड आंदोलन से लेकर अबतक के सभी मामलों की जांच नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) से कराने की मांग की है.
विमल ने भी खोला मोरचा
गोजमुमो प्रमुख बिमल गुरूंग ने अज्ञात स्थान से एक बयान जारी कर कहा है कि इस ऑडियो से साफ है किस तरह से पहाड़ पर राज्य पुलिस की ओर से आमलोगों को धमकियां दी जा रही हैं. उन्होंने भी पूरे गोरखालैंड आंदोलन के दौरान हुईं घटनाओं की एनआईए जांच की मांग की है. अच्युतम भट्टाराई ने पुलिस अधिकारी सौम्यजीत राय द्वारा मां-बहन को दी गयी गाली व घर जलाने की धमकी को लेकर दार्जिलिंग के डीएसपी, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, राष्ट्रीय महिला आयोग, प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृहमंत्री, दार्जिलिंग के सांसद एसएस अहलुवालिया, राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्य पुलिस के डीजी, स्थानीय विधायक व जिलाशासक से शिकायत की है.
क्या है मामला
उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया पर एक ऑडियो वायरल हो रहा है. इस ऑडियो में दो व्यक्तियों के बीच बातचीत हो रही है. उसके अनुसार दार्जिलिंग निवासी गोजमुमो समर्थक अच्युतम भट्टाराई के नंबर पर दार्जिलिंग सदर थाना प्रभारी सौम्यजीत राय के नंबर से फोन आया. पुलिस अधिकारी के नंबर की पहचान ट्रूकॉलर एप से की गयी है. फोन पर पुलिस अधिकारी सौम्यजीत राय गंदी-गंदी गालियां बकते हुए घर जलाने की धमकी देते सुने जा रहे हैं. ऑडियो में अधिकारी कहते हैं यदि किसी को सिविक पुलिस में नौकरी मिलती है और युवक नौकरी करने को इच्छुक है, तो तुम्हें क्या परेशानी है. इस पर अच्युतम भट्टाराई ने जवाब दिया कि उन्हें कोई परेशानी नहीं है. इसके बाद पुलिस अधिकारी उसके मां-बहन को गंदी-गंदी गाली देकर उसका घर जलाने की धमकी देते हैं. ऑडियो में उन्होंने कहा है कि इससे पहले भी कई लोगों का घर जला है, तुम्हारा घर जलने से एक यूनिट और बढ़ेगा. जिस पर अच्युतम ने उन्हें अश्लील भाषा के प्रयोग से रोकते हुए एक पुलिस अधिकारी की मर्यादा भी याद दिलायी है. इस ऑडियो टेप को सुनने से ऐसा लगता है कि सिविक वोलेंटियरों को नौकरी करने से युवको को कोई रोक रहा है, जिसके खिलाफ पुलिस अधिकारी उस व्यक्ति को धमका रहे हैं, लेकिन एक पुलिस अधिकारी द्वारा ऐसी अश्लील बातें वांछनीय नहीं हैं. इस फोन कॉल का ऑडियो क्लिप अच्युतम भट्टराई ने सोशल मीडिया पर अपलोड किया है.
राजनाथ को क्या लिखा है
एसएस अहलुवालिया ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को एक पत्र लिखकर इस मामले में तत्काल हस्तक्षेफ करने की अपील की है. पत्र में उन्होंने गृहमंत्री का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जब पूरे देश में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान चला रहे हैं, तब वहीं पश्चिम बंगाल पुलिस के अधिकारी कानून को अंगूठा दिखाकर उनके लोकसभा क्षेत्र के नागरिकों की मां-बहन को गंदी-गंदी गाली देकर उनके घरों को आग के हवाले करने की धमकी दे रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि बीते वर्ष जून महीने से अलग राज्य गोरखालैंड की मांग पर गोजमुमो ने आंदोलन शुरू किया था. इस आंदोलन में 104 दिन तक पहाड़ बंद था. इस दौरान पहाड़ पर कई आगजनी, गोलीबारी व अन्य घटनाएं घटी हैं. कई आंदोलनकारियों की मौत के साथ बंगाल पुलिस के अधिकारी भी शहीद हुए हैं. इसको लेकर गोजमुमो प्रमुख बिमल गुरूंग के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज कर उनकी हत्या की साजिश रची गयी है. पांच से सात हजार लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गयी है. रोजाना लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है. उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री से आंदोलन के दौरान घटीं घटनाओं की जांच एनआइए द्वारा कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि एनआइए स्वत:संज्ञान के तहत मामला दर्ज इन मामलों की जांच करे.
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