जलपाईगुड़ी. वन्यप्राणियों को उकसा कर तस्वीरें लेने के आरोप में यशो प्रकाश देवदास नाम के एक इंजीनियर तथा उसके दो साथियों को वन्य प्राणी संरक्षण कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है. यशोप्रकाश जलपाईगुड़ी नगरपालिका में इंजीनियर है. बानारहाट इलाके के जंगल में हाथियों के दल को उकसाकर उसकी तस्वीर लेने के दौरान शनिवार को […]
जलपाईगुड़ी. वन्यप्राणियों को उकसा कर तस्वीरें लेने के आरोप में यशो प्रकाश देवदास नाम के एक इंजीनियर तथा उसके दो साथियों को वन्य प्राणी संरक्षण कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है.
यशोप्रकाश जलपाईगुड़ी नगरपालिका में इंजीनियर है. बानारहाट इलाके के जंगल में हाथियों के दल को उकसाकर उसकी तस्वीर लेने के दौरान शनिवार को उसे करबला चाय बागान में बिन्नागुड़ी के वनकर्मियों ने रंगेहाथों पकड़ लिया.आरोप है कि वन विभाग की अनुमति के बिना ही वह इंजीनियर जंगल में प्रवेश कर वन्यप्राणियों की तस्वीर लेकर इंटरनेट व सोशल मीडिया में पोस्ट कर देता था.
इसके अलावा वन्यप्राणियों को परेशान करने एवं सरकारी कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप भी यशोप्रकाश पर लंबे समय से है. उत्तर बंगाल के मुख्य वनपाल उज्ज्वल घोष के निर्देश पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसके खिलाफ लंबे समय से गोरुमारा राष्ट्रीय उद्यान समेत चापरामारी अभयारण्य में घुसकर वन्यप्राणियों को उकसाकर उसका वीडियो व तस्वीर लेने का आरोप है. यहां तक कि वह ड्रोन कैमरे से भी वन्यजीवों की तस्वीर लेता था. वह अपने साथ कई साथियों को भी ले जाता था. वनमंत्री विनय कृष्ण बर्मन ने बताया कि कानून से ऊपर कोई नहीं है. कानून तोड़कर काम करने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
वाइल्ड लाइफ वार्डन सीमा चौधरी ने बताया कि यशोप्रकाश देवदास लंबे समय से वन विभाग के टार्गेट पर था. शनिवार को हाथी के झुंड को उकसा कर तस्वीर लेते समय उसे पकड़ा गया. आरोप यह भी है कि वह जंगल में घुसकर वन्य प्राणियों को उकसाकर वीडियो लेने के बाद उसे मोटी रकम पर बेच देता है. उसकी गाड़ी से कैमरे मिले हैं. उत्तर बंगाल के वन्यप्राणी शाखा के मुख्य वनपाल उज्ज्वल घोष ने बताया कि वन्यप्राणी संरक्षण कानून के तहत यशोप्रकाश को गिरफ्तार किया गया है. रविवार को उसे अदालत में पेश किया जायेगा. उसके खिलाफ आइटी एक्ट के तहत भी मामला दर्ज करने की अपील पुलिस से की जायेगी.