कोलकाता: डेंगू के प्रकोप को लेकर स्थानीय लोगों के विरोध के दौरान महेशतल्ला इलाका रणक्षेत्र मेें तब्दील हो गया. घटना शनिवार सुबह की है. महानगर के गार्डेनरीच इलाके से संलग्न महेशतल्ला नगरपालिका अंतर्गत दीनू मिस्त्री बागान इलाके में लोगों ने डेंगू से दो लोगों की मौत का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन व पथावरोध शुरू […]
कोलकाता: डेंगू के प्रकोप को लेकर स्थानीय लोगों के विरोध के दौरान महेशतल्ला इलाका रणक्षेत्र मेें तब्दील हो गया. घटना शनिवार सुबह की है. महानगर के गार्डेनरीच इलाके से संलग्न महेशतल्ला नगरपालिका अंतर्गत दीनू मिस्त्री बागान इलाके में लोगों ने डेंगू से दो लोगों की मौत का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन व पथावरोध शुरू कर दिया.
प्रदर्शन के दौरान लोगाें ने कचरा फेंके जानेवाले एक वाहन में आग लगा दी. सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. गार्डेनरीच इलाके से सटे होने की वजह से कोलकाता के पोर्ट डिवीजन की पुलिस भी मौके पर पहुंची. स्थिति नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. महेशतल्ला नगरपालिका के वार्ड नंबर एक अंतर्गत दीनू मिस्त्री बागान के निवासी रबीन पाल की एक नर्सिंग होम में मौत हो गयी. कथित तौर पर उसके डेथ सर्टिफिकेट पर डेंगू का उल्लेख है.
दूसरी ओर पहाड़पुर इलाके में भी एक व्यक्ति की मौत का कारण डेंगू बताया गया है. हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गयी है. दीनू मिस्त्री इलाके के रहनेवाले लोगों ने आरोप लगाया है कि डेंगू का प्रकोप बढ़ने के बावजूद इलाके में इसकी रोकथाम के लिए उचित कदम नहीं उठाये जा रहे हैं. कथित तौर पर कचरा फेंकने के लिए उन्हें अलग से प्रति महीने करीब 15 रुपये देने पड़ते हैं.
यदि एक परिवार में चार भाई हैं, तो रुपये चार गुना देना पड़ता है. इसके बावजूद इलाके में साफ-सफाई को लेकर कारगर व्यवस्था नहीं है. स्थानीय लोगों ने दावा किया है कि इलाके में अब भी करीब 10 लोग डेंगू से पीड़ित हैं. स्थानीय पार्षद भी घटनास्थल पर पहुंची थीं, लेेकिन उन्हें भी इलाके के लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. महेशतल्ला नगरपालिका के वार्ड नंबर एक की पार्षद कृष्णा बनर्जी ने बताया कि नगरपालिका द्वारा इलाके में नियमित रूप से सफाई कार्य होता है. सफाई नहीं होने के आरोप को उन्होंने आधारहीन बताया है.