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राज्य के तीन संस्थानों के छात्र इबीएसबी अभियान से जुड़े रहेंगे
कोलकाता: केंद्र व राज्य दोनों की ओर से एक साथ एक भारत श्रेष्ठ भारत (ईबीएसबी) अभियान का नारा लगाया जा रहा है. राज्य में केन्द्र द्वारा संचालित तीन शैक्षणिक संस्थानों को अब इस अभियान में शामिल होने के लिए कहा गया है. इसमें आइआइटी, खड़गपुर, विश्वभारती व इंडियन इन्स्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, साइंस एंड टेक्नोलोजी (आइआइइएसटी) […]
कोलकाता: केंद्र व राज्य दोनों की ओर से एक साथ एक भारत श्रेष्ठ भारत (ईबीएसबी) अभियान का नारा लगाया जा रहा है. राज्य में केन्द्र द्वारा संचालित तीन शैक्षणिक संस्थानों को अब इस अभियान में शामिल होने के लिए कहा गया है.
इसमें आइआइटी, खड़गपुर, विश्वभारती व इंडियन इन्स्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, साइंस एंड टेक्नोलोजी (आइआइइएसटी) ने अब यह फैसला किया है कि किसी भी छात्र को ईबीएसबी के बाहर नहीं रखा जायेगा. हालांकि केन्द्र की ओर से पश्चिम बंगाल को इस कार्यक्रम से बाहर रखे जाने की योजना थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. ईबीएसबी, एक एेसा कॉनसेप्ट है, जहां विभिन्न भारतीय राज्य मिलकर सकारात्मक कार्यक्रम करते हैं, जिससे इन राज्यों के सारे छात्र भोजन, संगीत, भाषा व साहित्य, डांस, हैंडलूम-हस्तउद्योग, मेला-प्रदर्शनी के जरिये आपस में सांस्कृतिक आदान-प्रदान कर सकें.
कैम्पस में सांस्कृतिक आयोजन करवाने के लिए सरकार विशेष फंड प्रदान कर रही है. सबसे पहले, आइआइटी, खड़गपुर में एक अधिसूचना भेजी गयी कि वहां केन्द्र सरकार की ओर से कार्यक्रम किया जायेगा. सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए सभी राज्यों को ईबीएसबी में जोड़ा गया है. उदाहरण के लिए, जम्मू व कश्मीर को तमिलनाडु के साथ जोड़ा गया है. पंजाब को आंध्रप्रदेश के साथ जोड़ा गया है. आइआइटी, खड़गपुर को सबसे पहले मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा अधिसूचना भेजी गयी. आइआइटी, खड़गपुर में जिमखाना (छात्र बॉडी) के छात्रों ने नवंबर व जनवरी के लिए ईबीएसबी कार्यक्रम की रूपरेखा बना ली है.
नवंबर में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम तमिलनाडु व जम्मू-कश्मीर पर आधारित होंगे. तमिलनाडु के छात्र काफी भारी संख्या में हैं, इसलिए उनको पश्चिम बंगाल राज्य के छात्रों के साथ मिला लिया गया है. वहीं आन्ध्रप्रदेश व पंजाब को जनवरी के लिए लाइन अप किया गया है. छात्र अब खुश हैं कि बंगाल को अब पीछे नहीं रहना पड़ेगा. यहां के कैम्पसों में भी यह खास आयोजन होगा. इस मामले में विश्व भारती यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने स्वपन कुमार दत्त ने बताया कि एचआरडी में पत्र लिख कर कहा गया था कि बंगाल के छात्रों के बिना कोई आयोजन नहीं हो सकता है. उसके बाद काफी छात्रों को जोड़ा गया. आइआइइएसटी के निदेशक अजय कुमार राय ने बताया कि यहां भी सर्कुलर आया है, वे सभी छात्रों को इस अनूठे कार्यक्रम से जोड़ना चाहते हैं.
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