कोलकाता : राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में पोस्ट-ग्रेजुएट स्तर पर कॉमन एंट्रेंस टेस्ट शुरू करने के पक्ष में नहीं है यादवपुर यूनिवर्सिटी. विश्वविद्यालय के प्रशासन का कहना है कि पीजी स्तर पर दाखिले के लिए संस्थान खुद अपना एडमिशन टेस्ट संचालित करता है.
अलग से टेस्ट लेने से उनको कई समस्याएं उठानी पड़ सकती हैं. यूनिवर्सिटी ने एडमिशन टेस्ट के लिए नये सिरे से पर चार सदस्यीय पैनल बनाया है. पैनल के सदस्य अपनी रिपोर्ट यादवपुर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर सौविक भट्टाचार्य को सोमवार को देंगे. वाइस चांसलर एक्जिक्यूटिव काउंसिल के सामने पहले यह रिपोर्ट पेश करेंगे.
गौरतलब है कि राज्य के 13 विश्वविद्यालयों में 10 हजार पीजी सीटों पर दाखिले की प्रक्रिया में पारदर्शिता बरतने के लिए 2014 से कॉमन एंट्रेंस टेस्ट शुरू करने की बात कही जा रही है. यह परीक्षा कॉलेज सर्विस कमीशन द्वारा संचालित की जायेगी.