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कोलकाता : दिलीप पर हमले की हो न्यायिक जांच

कोलकाता : राज्यपाल ने राज्य की कानून व्यवस्था पर चिंता जतायी कोलकाता : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पर हुए हमले और राज्य स्तर पर लगातार हो रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमलों की न्यायिक जांच हाईकोर्ट के किसी जज से कराने की मांग को लेकर प्रदेश भाजपा का एक प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी […]

कोलकाता : राज्यपाल ने राज्य की कानून व्यवस्था पर चिंता जतायी
कोलकाता : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पर हुए हमले और राज्य स्तर पर लगातार हो रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमलों की न्यायिक जांच हाईकोर्ट के किसी जज से कराने की मांग को लेकर प्रदेश भाजपा का एक प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी से मिलने पहुंचा. प्रतिनिधि मंडल में राहुल सिन्हा, शमिक भट्टाचार्य, देवश्री चौधरी, प्रताप बनर्जी, राजू बनर्जी और शायंतन बसु शामिल थे.
ज्ञापन देने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए राहुल सिन्हा ने कहा कि राज्यपाल ने बंगाल की कानून व्यवस्था पर चिंता जताते हुए दिलीप घोष पर हमले की घटना की निंदा की. उन्होंने कहा कि संविधान के दायरे में उनसे जो बन पड़ेगा वह करेंगे. भाजपा ने ज्ञापन देकर न्यायिक जांच की मांग की.
राहुल सिन्हा के मुताबिक, ममता बनर्जी जब दार्जिलिंग में कैबिनेट बैठक करने गयी तो उस वक्त वो विफल रही और किसी तरह जान बचा कर वहां से निकली, तभी से वह वहां पर आंदोलन कर रहे नेताओं पर निशाना साधने लगी थी. पहले विभेद और विभाजन की राजनीति शुरू कर विनय तमांग को अपनी मुट्ठी में कर लिया. फिर विमल गुरुंग और उनके साथी नेताओं को झूठे मुकदमे फंसाने लगीं, ताकि वो पहाड़ से दूर हो जाये. इस बीच जब भाजपा का कामकाज बढ़ाने के मकसद से प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष वहां गये तो ममता बनर्जी ने योजनाबद्ध तरीके से उन पर हमला करवाया. इसकी जांच होनी जरूरी है.
विनय तमांग को सामने रख कर ममता बनर्जी राजनीति में गंदा खेल खेल रही हैं. इसका दूरगामी परिणाम बहुत ही घातक होगा. ममता बनर्जी को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जानकारी उन्होंने राज्यपाल को दी है और उनसे हस्तक्षेप करते हुए किसी निष्पक्ष केंद्रीय जांच एजेंसी से मामले की जांच करने की भी मांग की गयी है.
उन्होंने कहा कि वीडियो फूटेज के आधार पर जो लोग हमला में शामिल हैं, उनकी पहचान कर कड़ी सजा दिलायी जाये.
दिलीप घोष व गुरुंग की बातचीत का सबूत पेश करें पार्थ
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने आरोप लगाया है कि विमल गुरुंग एक भगोड़ा आरोपी है उसके खिलाफ लुकआउट का नोटिस भी जारी है.
उसके साथ संपर्क रख कर दिलीप घोष कानून की अवमानना कर रहे हैं. इस पर राहुल ने कहा कि पार्थ चटर्जी के पास क्या सबूत है कि दिलीप घोष के साथ विमल गुरुंग की बातचीत हुई है. वो उस वक्त किसके साथ थे. विमल गुरुंग या फिर दिलीप घोष किसके साथ थे. इस सवाल का जबाब उनको देना होगा . साथ ही यह भी बताना होगा कि विमल गुरुंग पर जो-जो आरोप लगे हैं, वही आरोप विनय तमांग पर भी लगे थे. क्या वजह है कि आज विनय आरोप मुक्त हैं और विमल गुरुंग आरोपी.
हमला प्रायोजित था और पुलिस की शह पर हुआ : राहुल
राहुल के मुताबिक, हमला पूरी तरह प्रायोजित था और पुलिस की शह पर हुआ है. वहां के पुलिस अधीक्षक बार-बार झूठ बोल रहे हैं. एक बार वो कहते हैं कि बगैर सूचना और सुरक्षा के दिलीप घोष मौके पर गये, तो दूसरे पल वो कहते हैं कि पुलिस मौके पर मौजूद थी. अब पुलिस मौजूद थी तो हमला कैसे हुआ. इसका मतलब या तो वो झूठ बोल रहे हैं या फिर बंगाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह विफल हो गयी है.
सांसद एसएस अहलूवालिया के पहाड़ में नहीं जाने के बारे में पूछने पर राहुल ने कहा कि अहलूवालिया केवल भाजपा के सांसद नहीं हैं, वो गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के गठबंधन से सांसद चुने गये हैं. जब उनके सहयोगी दल के नेताओं को झूठे मुकदमों में फंसा कर या तो जेल भेजा जा रहा है या फिर उनको क्षेत्र छोड़ कर भागने पर मजबूर किया जा रहा है तो जाहिर सी बात है स्थिति अभी सामान्य नहीं है. जैसे ही स्थिति अनुकूल होगी वह वहां जायेंगे.

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