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सांसद अभिषेक बनर्जी के खिलाफ जांच की मांग

कोलकाता. बिहार के बाद अब पश्चिम बंगाल में भी राजनीतिक पारा गरम हो गया है. बिहार में लालू प्रसाद के बेटे व पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. इसके बाद अब पश्चिम बंगाल की राजनीति में भी यही तसवीर आ रही है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के […]

कोलकाता. बिहार के बाद अब पश्चिम बंगाल में भी राजनीतिक पारा गरम हो गया है. बिहार में लालू प्रसाद के बेटे व पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. इसके बाद अब पश्चिम बंगाल की राजनीति में भी यही तसवीर आ रही है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के खिलाफ भी भ्रष्टाचार संबंधी आरोप हैं.

इस बारे में एक टीवी न्यूज चैनल ने कुछ ऐसे कागजात हासिल किये हैं, जिनसे अभिषेक की कंपनी ‘लीप्स एंड बाउंड्स प्राइवेट लिमिटेड’ से जुड़ी कुछ अहम जानकारियां सामने आयी हैं. इन दस्तावेजों से संकेत मिलता है कि अभिषेक बनर्जी की कंपनी को राज किशोर मोदी नाम के एक शख्स ने भुगतान किया. बताया जा रहा है कि राज किशोर मोदी जमीन की सौदेबाजी का काम करता है. उस पर जमीन हथियाने और हत्या की कोशिश में शामिल होने जैसे आपराधिक आरोप हैं और उसके खिलाफ जांच भी चल रही है.

कागजातों से पता चलता है कि राज किशोर ने लीप्स एंड बाउंड्स प्राइवेट लिमिटेड में डेढ़ करोड़ रुपयों से ज्यादा का निवेश किया. आरोप है कि अभिषेक जब इस कंपनी के डायरेक्टर थे, तब उन्हें कमीशन भी दिया गया था. दिलचस्प यह है कि साल 2009 में खुद ममता बनर्जी ने ही राज किशोर को गिरफ्तार किये जाने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया था. चैनल के पास जो कागजात हैं, उनसे पता चलता है कि 2012 और 2013 में अभिषेक और राज किशोर के बीच एक कॉमन लिंक था. यह एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) था. वह न केवल राज किशोर की कंपनी ‘ग्रीन टेक सिटी प्राइवेट लिमिटेड’ के डायरेक्टर्स में से एक था, बल्कि अभिषेक बनर्जी की कंपनी में भी वह ऑडिटर था. इस पूरे मामले में ममता बनर्जी के लिए कई चीजें परेशानी का कारण बन सकती हैं. अभिषेक की कंपनी के निदेशक, जिनमें अभिषेक की पत्नी भी शामिल हैं, मुख्यमंत्री बनर्जी के आधिकारिक निवास ’30 बी, हरीश चटर्जी रोड, कोलकाता’ में रहते हुए दिखाये गये हैं. बताया गया है कि ये सभी सीएम आवास में ही रहते हैं. यह कागजात अभिषेक पर लग रहे आरोपों को ममता के करीब ले आया है. अभिषेक बनर्जी 2014 में सांसद बने. इससे पहले तक वह ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री आवास में ही रह रहे थे. सांसद चुने जाने के बाद उन्होंने अपनी कंपनी ‘लीप्स एंड बाउंड्स’ के निदेशक पद से इस्तीफा दिया था. तृणमूल कांग्रेस ने इन कागजातों पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. कांग्रेस के सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा : मैं उम्मीद करता हूं कि जिस पत्रकार ने इस खबर का खुलासा किया है, वह सुरक्षित है. लोकसभा में माकपा के सांसद मोहम्मद सलीम ने कहा कि इस मामले में किसी के भी खिलाफ कोई कार्रवाई की जायेगी, इसकी संभावना बहुत कम ही है. बल्कि इस खबर को दिखाये जाने के बाद चैनल के खिलाफ ही कोई कार्रवाई शुरू कर दी जायेगी. हमारी मांग है कि यह मामला प्रवर्तन निदेशालय को सौंप दिया जाये.

राज्य भाजपा ने सीआइडी जांच की मांग की
कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी पर कथित रूप से भ्रष्टाचार के लगे आरोपों पर प्रदेश भाजपा ने अपना रुख कड़ा कर लिया है. मंगलवार को प्रदेश भाजपा के महासचिव सायंतन बसु ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राज्य सरकार को इस मामले का खुलासा करना चाहिए. मामले की सीआइडी जांच करानी चाहिए, ताकि सच्चाई सामने आ सके. इसके साथ ही प्रदेश भाजपा द्वारा केंद्र सरकार को भी इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए अपनी ओर से जांच कराने की मांग की गयी है. बसु ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने से पहले कंपनी का टर्नओवर मात्र 37 लाख रुपये था, जो पार्टी के सत्ता में आने के बाद अचानक 2.97 करोड़ रुपये हो गया. वर्ष 2013-14 में कंपनी का टर्नओवर 2.06 करोड़, वर्ष 2014-15 में 2.21 करोड़ व वर्ष 2015-16 में 1.91 करोड़ रुपये था. साथ ही बताया गया है कि यह कंपनी मीनिरल वाटर का उत्पादन करती है, लेकिन कंपनी द्वारा किस ब्रांड का मीनिरल वाटर का उत्पादन होता है, इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है. उन्होंने राज्य सरकार से इस संबंध में जवाब मांगा है.
संसद में उठा मुद्दा जांच की मांग
कोलकाता/नयी दिल्ली. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे पर लगे आरोप का मुद्दा मंगलवार को संसद में भी उठा. लोकसभा में भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने कहा कि बिहार में शेल कंपनी घोटाले के बाद अब बंगाल में भी शेल कंपनी घोटाले की बात सामने आयी है. बिहार में बेटे का जिक्र आया और बंगाल में भतीजे का जिक्र सामने आया है. इस बारे में एक रियल इस्टेट से जुड़े कारोबारी ने धन का लेनदेन किया गया. इस संबंध में मुख्यमंत्री के आवास के पते का उल्लेख सामने आया है.उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के घर का दुरुपयोग किया गया है. इसकी जांच होनी चाहिए.
तृणमूल कांग्रेस सदस्य इसका विरोध करते हुए आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे. तृणमूल सदस्य ‘प्रधानमंत्री जवाब दो’ के नारे लगा रहे थे.

सौगत राय ने भाजपा पर साधा निशाना
कोलकाता/नयी दिल्ली. उधर, लोकसभा में शून्यकाल के दौरान तृणमूल कांग्रेस सदस्य सौगत राय ने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी विपक्ष शासित प्रदेशों की सरकारों और दलों को निशाना बना रही है. इसके लिऐ धनबल, बाहुबल का इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हाल में एक राज्य के मुख्यमंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दिया और बाद में भाजपा के साथ सरकार बनायी. इसी प्रकार से गुजरात में कांग्रेस के छह सदस्यों का दल बदल हुआ. उत्तर प्रदेश में सपा के दो और बसपा के एक विधान परिषद सदस्य ने इस्तीफा दिया, ताकि मुख्यमंत्री के चुनाव लड़ने का मार्ग प्रशस्त किया जा सके. राय ने कहा कि गुजरात के मामले में चुनाव आयोग ने जांच करने को कहा है.
उन्होंने आरोप लगाया कि गोवा और मणिपुर में भी संदिग्ध तरह से काम किया गया. श्री राय ने कहा कि लेकिन भाजपा पश्चिम बंगाल में सफल नहीं हुई और विपक्ष के छह सदस्य निर्वाचित हुए. भाजपा सदस्यों ने राय की बात पर विरोध दर्ज कराया.

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