आसनसोल. आसनसोल नॉर्थ थाना प्रभारी असीम मजूमदार के नेतृत्व में रविवार की देर रात केएसटीपी स्थित निजी आवास में छापेमारी की गयी. सेक्स रैकेट संचालन के आरोप में विवेक पासवान, उसकी पत्नी सविता देवी उर्फ सुमन देवी तथा दो युवतियों लक्ष्मी देवी(20),सरस्वती बाउरी (18) को गिरफ्तार किया गया. सोमवार को पुलिस ने उन्हें आसनसोल महकमा कोर्ट में पेश किया. एसीजेएम कोर्ट ने उनकी जमानत अरजी खारिज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.
पुलिस के अनुसार उक्त आवास में विवेक तथा सविता डेढ़ वर्षो से किरायदार के रूप में रह रहे थे. वह बच्चों को टयूशन पढ़ाने का का कार्य करती है. इसी क्रम में वह कुछ कॉलेज स्टूडेंटसों के साथ संपर्क में रहती थी. वह अपने आवास पर उन्हें अपने दोस्तों के साथ बुलाती थी और अवैध कार्य के लिए कमरा मुहैया कराती थी. सुविधाओं के बदले में उनसे आठ सौ रूपये लिये जाते थे. जिसमें से पांच सौ रूपये संबंधित लड़की को और बाकी के तीन सौ रूपये खुद रखती थी.
रोजाना तीन से चार जोड़े उसके घर पर आते थे. स्थानीय निवासी उस पर शक न करें, इसके लिए वह आने वाली लड़कियों को अपना परिजन बताती थी और आसपास के लोगों के साथ दोस्ताना और मिलनसार बर्ताव करती थी. स्थानीय निवासियों को मामले की भनक लगनी शुरू हुई और असली कहानी सामने आ गयी. निवासियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस ने इस रैकेट एवं नेटवर्क को पकड़ने के लिए छापेमारी की. इस मामले में आसनसोल नॉर्थ थाना के उपनिरीक्षक शेख रियाजुद्दीन ने मामले में लिखित शिकायत दर्ज की है.
गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ धारा 3/4/7/8 इमोरल ट्रैफिक प्रीवेंसन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. उक्त छापामारी से एडीडीए हाउसिंग इलाके में चर्चा गरम है.