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पहाड़ पर तनाव : हमले में सुरक्षाकर्मी हुआ जख्मी, ट्रक चालक की मौत

दार्जिलिंग/कोलकाता. दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में संदिग्ध गोरखा जनमुक्ति मोरचा (गोजमुमो) कार्यकर्ताओं के हमले में पांच सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गये, जबकि आगजनी की एक घटना में घायल हुए एक ट्रक चालक की कोलकाता में शुक्रवार को मौत हो गयी. गोजमुमो के कार्यकताओं ने बेमियादी बंद के 16वें दिन पहाड़ी इलाके में कई घरों […]

दार्जिलिंग/कोलकाता. दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में संदिग्ध गोरखा जनमुक्ति मोरचा (गोजमुमो) कार्यकर्ताओं के हमले में पांच सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गये, जबकि आगजनी की एक घटना में घायल हुए एक ट्रक चालक की कोलकाता में शुक्रवार को मौत हो गयी. गोजमुमो के कार्यकताओं ने बेमियादी बंद के 16वें दिन पहाड़ी इलाके में कई घरों और कार्यालयों में आग लगा दी. गोजमुमो ने पृथक राज्य की अपनी मांग पर दबाव बनाने के लिए बंद बुलाया हुआ है. दार्जिलिंग में बंद की वजह से जन जीवन पंगु बना हुआ है. इंटरनेट सेवाएं अब भी बंद हैं.
सुरक्षा बलों ने अशांत इलाकों में गश्त लगाया. सुरक्षा बल गुरुवार रात तीस्ता घाटी के पास एक गांव में तलाशी अभियान के लिए गये थे, तभी उन पर हमला हुआ. यह दार्जिलिंग से 40 किलोमीटर दूर है.
पुलिस ने कहा कि भीड़ ने सुरक्षाकर्मियों पर पत्थरों और खुखरी (पारपंरिक नेपाली चाकू) से निशाना बनाया, जिसमें पांच सुरक्षाकर्मी जख्मी हो गये.
घायल पुलिस और सीआरपीएफ कर्मियों को बाद में बचाया गया और एक अस्पताल में भरती कराया गया. एक अन्य घटना में मिरिक नगरपालिका के उपाध्यक्ष एम जिम्बा के घर को प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार की सुबह आग लगा दी. पुलिस ने कहा कि समर्थकों ने रंगली रंगलीत पुलिस चौकी पर कल रात तोड़फोड़ की और पुलिस से एक एसएलआर तथा एक पिस्तौल छीन ली. उन्होंने पुलिस की दो गाड़ियों को आग लगा दी. पुलिस ने कहा कि गुरुवार रात टुंग ग्राम पंचायत में भी आग लगा दी गयी थी. गोजमुमो सहित राजनीतिक संगठनों की गुरुवार को हुई बैठक में बेमियादी बंद को जारी रखने का फैसला किया गया.
बीती 20 जून को गोजमुमो कार्यकताओं ने एक ट्रक में आग लगा दी थी जिस वजह से उसका चालक अनिकेत छेत्री 70 फीसदी तक झुलस गया था. उसकी शुक्रवार को कोलकाता के एक अस्पताल में मौत हो गयी. अंतिम संस्कार करने के लिए उसके शव को सिलीगुड़ी लाया गया. पुलिस ने कहा कि इसी के साथ पहाड़ी इलाके में हिंसा से मरनेवालों की संख्या बढकर दो हो गयी है. 17 जून को एक व्यक्ति की झड़प के दौरान मौत हो गयी थी. बहरहाल, गोजमुमो ने कहा है कि 17 जून को इसके दो और समर्थक मारे गये थे. इस बीच, पुलिस और सुरक्षा बलों ने एक एसएलआर राइफल और पिस्तौल को शुक्रवार को बरामद कर लिया, जिन्हें कल रात तीस्ता घाटी से आंदोलनकारी ले गये थे. गोजमुमो कार्यकर्ताओं ने चौकबाजार सहित दार्जिलिंग पहाड़ी इलाके के विभिन्न हिस्सों में कई रैलियां निकाल कर पृथक गोरखा राज्य की मांग की.
पहाड़ी क्षेत्र के कुछ इलाकों में गोजमुमो कार्यकर्ताओं ने गोरखालैंड के समर्थन में एक हस्ताक्षर अभियान चलाया. इस बीच, पश्चिम बंगाल सरकार ने पहाड़ी इलाके में स्थिति से निपटने के लिए केंद्र से सीआरपीएफ की 10 और कंपनियां मांगी हैं. राज्य के अनुरोध पर सेना की टुकड़यिों को हटाने के दो दिन बाद सीआरपीएफ की कंपनियों के लिए आग्रह किया गया है.
कोलकाता में सचिवालय में पुलिस महानेशक सुरजीत कर पुरकास्थ ने संवाददाताओं से कहा : हमने पहाड़ी इलाके के लिए पहले 10 कंपनियों की मांग की थी, लेकिन महिला पुलिस बल की चार कंपनियां और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की कर्मियों की तीन कंपनियों को भेजा गया है. उन्होंने कहा : हमने पहाड़ी इलाके के लिए सीआरपीएफ की 10 कंपनियों के लिए फिर से कहा है. फिलहाल पहाड़ी इलाके में सेना नहीं है. पहाड़ी इलाके में चल रही अशांति को कुछ चरमपंथी तत्वों द्वारा विनाशकारी गतिविधियां बताते हुए डीजीपी ने कहा कि राज्य सरकार यह सहन नहीं करेगी और सख्त कार्वाई करेगी. इस बीच, राज्य सरकार ने कलकत्ता उच्च न्यायालय को बताया कि दार्जिलिंग में स्थिति से निपटने के लिए इसे अतिरिक्त केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की तत्काल जरूरत है. केंद्र की ओर से पेश हुए अतिरिक्त सोलिसिटर जनरल को अदालत ने दार्जिलिंग में और सीएपीएफ कर्मियों की तैनाती पर केंद्र की स्थिति पर उससे निर्देश लेने का आदेश दिया.

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