कोलकाता: चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव में मतदान के दौरान वेब कास्टिंग का इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है. संवेदनशील मतदान केंद्रों पर चुनाव आयोग वेब कास्टिंग का इस्तेमाल करेगा. वेब कास्टिंग वह प्रक्रिया है, जिसमें इंटरनेट के माध्यम से मतदान का सीधा प्रसारण वेब कास्टिंग के माध्यम से किया जाता है.
राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर चुनाव आयोग ने यह निर्णय किया है. चुनाव आयोग के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, चुनाव में धांधली रोकने के लिए भी वेब कास्टिंग का इस्तेमाल किया जाता है.
आम लोग चुनाव आयोग की वेबसाइट पर सीधे मतदान प्रक्रिया देख सकते हैं. वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, मतदान प्रक्रिया को स्वच्छ व पारदर्शी बनाये रखने के लिए चुनाव आयोग ने यह कदम उठाया है. राजनीतिक दल के प्रतिनिधि भी वेब कास्टिंग की प्रक्रिया देख सकते हैं. विभिन्न राजनीतिक दल के प्रतिनिधि यदि चुनाव में धांधली के आरोप लगाते हैं, तो वेब कास्टिंग के माध्यम से रिटर्निग अधिकारी या पर्यवेक्षक धांधली के आरोप की जांच करेंगे.
2011 के विधानसभा चुनाव में कुछ मतदान केंद्रों पर वेब कास्टिंग का इस्तेमाल किया गया था, लेकिन व्यापक स्तर पर इसका इस्तेमाल नहीं हुआ था, लेकिन लोकसभा चुनाव में पहली बार विस्तृत रूप से इसका इस्तेमाल किया जायेगा. हालांकि चुनाव आयोग ने अभी तक यह निर्णय नहीं किया है कि किन केंद्रों पर वेब कास्टिंग का इस्तेमाल किया जायेगा. हालांकि, चुनाव आयोग के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, पहले चरण के मतदान के दौरान दाजिर्लिंग लोकसभा केंद्र में वेबकास्टिंग का इस्तेमाल किया जायेगा. हालांकि चुनाव आयोग इंटरनेट के माध्यम से सीधे प्रसारण में कंप्यूटर या लैपटॉप या सीसीटीवी के इस्ेतमाल की जगह टैबलैट इस्तेमाल पर जोर दे रहा है. चुनाव आयोग के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार अधिकांश जगह टैबलेट का इस्तेमाल किया जा रहा है, ताकि कम खर्च लगे तथा कम जगह में काम चल जाये.