इसके बाद सिलीगुड़ी में 17 जून को आंदोलन होगा. इसके तहत सिलीगुड़ी के बाघा जतीन पार्क से भानु भक्त मूर्ति तक जुलूस निकाला जायेगा. श्री चौधरी ने आरोप लगाया कि जिस तरह तृणमूल कांग्रेस राज्य में विरोधियों का दमन कर एकछत्र राज्य कायम करना चाहती है उसी तरह वह दार्जीलिंग में कब्जा करने की कोशिश में जुटी हुई है.
श्री चौधरी ने कहा कि गोरखालैंड तो तृणमूल की ही उपज है. सबसे पहले इस शब्द को तृणमूल ने ही मान्यता दी थी. कांग्रेस के शासनकाल में दार्जीलिंग हिल काउंसिल का नाम दिया था लेकिन तृणमूल ने गोरखा टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) का नाम देकर गोरखालैंड के शब्द को सामने लाया. उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि दार्जीलिंग में मुख्यमंत्री का नाटक चल रहा है. दीदी और मोदी में कोई फर्क नहीं है. पहाड़ की नगरपालिकाओं में स्पेशल ऑडिट के नाम पर आर्थिक दबाव बनाया जा रहा है. यह सब कुछ पहाड़ पर कब्जा जमाने की कोशिश का हिस्सा है.