आसनसोल: रिटायर कोयला कर्मियों के लिए कंट्रीब्यूटरी पोस्ट रिटायरमेंट मेडिकेयर (सीपीआरएम) स्कीम लागू होगी. केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और कोल इंडिया प्रबंधन में इस मुद्दे पर सहमति बन चुकी है.
आगामी 25 मार्च को नयी दिल्ली में कोल इंडिया स्टैंडर्डाइजेशन कमेटी की होनेवाली बैठक में उक्त स्कीम पर मुहर लगेगी. अधिसूचना जारी होने के दिन से यह स्कीम लागू मानी जायेगी. इस स्कीम के लागू होने से रिटायर कोलकर्मी अपनी पत्नी सहित कोल इंडिया के देश भर के नामी और बड़े इंपैनल हॉस्पिटल में इलाज करा सकेंगे. कोल इंडिया में कार्यरत यूनियनें काफी लंबे समय से रिटायर कर्मियों के लिए अधिकारियों की तर्ज पर चिकित्सा सुविधा की मांग करती आ रही थी.
20 सितंबर को हुई बैठक में कोल इंडिया प्रबंधन ने सहमति जताते हुए एक सब कमेटी का गठन किया. उसमें सीसीएल, एमसीएल और डब्ल्यूसीएल के कार्मिक निदेशक और रमेंद्र कुमार (एटक), सुरेंद्र कुमार पांडे (बीएमएस), डीडी रामानंदन (सीटू), नत्थू लाल पांडेय (एचएमएस) और एसक्यू जामा (इंटक) शामिल थे. 17 अक्तूबर, 2013 को सब कमेटी की बैठक जयपुर में हुई, जिसमें स्कीम तैयार की गयी. इस स्कीम की प्रतिलिपि सभी यूनियनों को भेजी गयी. आधिकारिक सूत्र बताते हैं कि सभी यूनियनें लगभग इस स्कीम से सहमत है.