कोलकाता: टैक्सी चालक के वेश में छिपे एक हत्यारे का परदाफाश कालीघाट थाने की पुलिस ने किया है. आरोपी चालक को शराब के नशे में इलाके से गिरफ्तार किया गया था.
गिरफ्तारी के बाद उससे सख्ती से पूछताछ हुई तब जाकर इस बड़े घटना का खुलासा हुआ. आरोपी चालक का नाम शिव शंकर यादव (51) है. वह बिहार के दरभंगा जिले के बहेड़ा का रहनेवाला है. गत 28 दिसंबर को घर में विवाद के दौरान उसने बेटे विजय यादव व पत्नी दया लक्ष्मी यादव को पर जानलेवा हमला किया था. इसमें बेटे की मौत हो गयी थी, जबकि पत्नी दया लक्ष्मी की जान बचा ली गयी थी. शिव शंकर घटना के बाद फरार हो गया था. वह महानगर के कालीघाट इलाके के टर्फ रोड में आकर छिपा था.
कैसे हुआ घटना का खुलासा
पुलिस ने बताया कि 17 मार्च को होली के समय कालीघाट इलाके के टर्फ रोड में शराब के नशे में छेड़खानी व मारपीट करने के आरोप में पुलिस ने टैक्सी चालक शिव शंकर यादव को गिरफ्तार किया था. गत 18 मार्च को अलीपुर कोर्ट में पेश करने पर अदालत ने उसे तीन दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा था. कालीघाट थाने के अधिकारी ने बताया कि पुलिस हिरासत में पूछताछ में उसने बताया कि वह मूलत: बिहार के दरभंगा जिले के बहेड़ा का रहनेवाला है.
28 दिसंबर को बिहार से भाग आया था महानगर
पुलिस को आरोपी ने बताया कि उसके परिवार के लोगों के साथ उसकी नहीं बनती थी. गत 28 दिसंबर को एक विवाद में उसने एक भारी वस्तु से बेटे के सिर पर वार कर उसकी हत्या की थी. बीच-बचाव में पहुंची पत्नी भी इस मामले में गंभीर रूप से घायल हुई थी. लिहाजा दोनों को घटना के बाद मरा हुआ समझ कर वह बिहार से भाग कर कालीघाट पहुंचा. वहां एक मित्र की मदद से टर्फ रोड में रहने लगा और टैक्सी चलाने लगा.
पूरी जानकारी मिलने पर बाद कालीघाट थाने की पुलिस ने दरभंगा के बहेड़ा पुलिस से संपर्क किया. इसके बाद वहां की एक टीम गुरुवार शाम महानगर पहुंची और कालीघाट थाने में आरोपी से सख्ती से पूछताछ की, जिसमें उसके हत्या के आरोपी होने का खुलासा हुआ. इसके बाद शुक्रवार को शिवशंकर को अलीपुर कोर्ट में पेश किया गया. जहां से उसे ट्रांसिट रिमांड पर शुक्रवार शाम बहेड़ा ले जाया गया.