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दो सिविक पुलिसकर्मियों को पीटा
पानागढ़. बीरभूम िजले के सिउड़ी में भाजपा कार्यालय में जासूसी करने के उद्देश्य से पत्रकार बनकर आये दो सिविक पुलिस कर्मियों की भाजपा समर्थकों ने जमकर पिटायी कर दी. इस दौरान उनके पास मौजूद कैमरे को तोड़ दिया गया. उन्हें घंटो बंधक बना कर कार्यालय में बंद रखा गया. घटना की खबर सदर थाना पहुंचने […]
पानागढ़. बीरभूम िजले के सिउड़ी में भाजपा कार्यालय में जासूसी करने के उद्देश्य से पत्रकार बनकर आये दो सिविक पुलिस कर्मियों की भाजपा समर्थकों ने जमकर पिटायी कर दी. इस दौरान उनके पास मौजूद कैमरे को तोड़ दिया गया. उन्हें घंटो बंधक बना कर कार्यालय में बंद रखा गया. घटना की खबर सदर थाना पहुंचने के बाद भारी तादाद में रैफ तथा पुलिस कर्मी कार्यालय पर पहुंचे और बंधक बनाकर रखे गये सिविक पुलिस कर्मियों को छुड़ा कर ले गये. घायल दोनों पुलिसकर्मियों का प्राथमिक उपचार कराया गया. भाजपा कर्मियों तथा नेताओं ने बताया िक सुबह सिउड़ी में हनुमान जयंती को लेकर जुलूस निकाला गया था. उस दौरान दोनों पुलिस कर्मी तस्वीरें खींच रहे थे तथा रिकॉर्डिंग कर रहे थे.
इसके बाद कार्यालय में प्रेस के साथ बैठक के दौरान भी दोनों मीडियाकर्मी बनकर हमारे बीच हो रहे वार्तालाप की िरकार्डिंग करने लगे. उनसे उनका परिचय पूछने पर कोई उपयुक्त जवाब नहीं मिलने पर संदेह हुआ. उसके बाद खोजबीन करने पर पता चला कि वह दोनों सिविक पुलिसकर्मी है. इस पर भाजपा समर्थक भड़क गये. दोनों की जमकर पिटायी कर दी. उन्हें कार्यालय में बंधक बना दिया. बाद में पुलिस उन्हें उद्धार कर थाने ले गयी. पुलिस का कहना है कि दोनों सिविक कर्मी अभियोग दायर करेंगे ,उसके बाद ही कार्रवाई की जायेगी. भाजपा नेताओ का कहना है कि पार्टी के बढ़ते जनाधार को देख पुलिस तृणमूल के िलये जासूसी का काम काने लगी है.
किसने क्या कहा
बीरभूम में हनुमान जयंती के जुलूस पर पुलिस लाठीचार्ज की घटना शर्मनाक है. रामनवमी से बंगाल में भगवा क्रांति की शुरुआत हो गयी है. अब यदि कोई भगवा रथ को रोकने की कोशिश करेगा, तो वह कुचल जायेगा. ममता सरकार के निर्देश पर पुलिस ने हनुमान जयंती के जुलूस पर लाठीचार्ज किया है, पुलिस धुलागढ़ के दंगे के समय क्यों चुप थी ?
-सुरेंद्र जैन, अंतरराष्ट्रीय संयुक्त मंत्री, विहिप
पुलिस ने हनुमान जयंती के जुलूस पर लाठीचार्ज किया है. यह निंदनीय है. पश्चिम बंगाल में हिंदू अब जग चुका है.अब कोई भी बंगाल को भगवा रंग में रंगने से नहीं रोक सकता. जो रोकने की कोशिश करेगा, जनता उसे सत्ता से बाहर कर देगी.
-डॉ जिष्णु बसु, प्रांत कार्यवाह, आरएसएस
पश्चिम बंगाल की परंपरा और संस्कृति को नष्ट करने की कोशिश की जा रही है. इन लोगों को पता ही नहीं है कि बंगाल की सभ्यता, संस्कृति और परंपरा क्या है. पश्चिम बंगाल के लोग इस प्रकार की हरकतों को पसंद नहीं करते हैं. राजनीति का मुकाबला राजनीति से करें.
-फिरहाद हकीम, शहरी विकास मामलों के मंत्री
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