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क्षेत्रीय श्रमायुक्त के हस्तक्षेप से हड़ताल स्थगित

बर्नपुर : बर्दवान जिला सिक्यूरिटी एंड को-वर्क्‍स यूनियन (सीटू) के ग्रेट ईस्टर्न एनर्जी कॉरपोरेशन लिमिटेड (जीइइसीएल) कर्मचारियो ने पांच सूत्री मांगो के समर्थन में शुक्रवार से हड़ताल शुरू की तथा श्यामडीह स्थित जीइइसीएल गैस प्लांट के वेल संख्या 12 के समक्ष हड़ताल के समर्थन में धरना शुरू किया. मौके पर पार्थो मुखर्जी, जतन मजूमदार, सुशांत […]

बर्नपुर : बर्दवान जिला सिक्यूरिटी एंड को-वर्क्‍स यूनियन (सीटू) के ग्रेट ईस्टर्न एनर्जी कॉरपोरेशन लिमिटेड (जीइइसीएल) कर्मचारियो ने पांच सूत्री मांगो के समर्थन में शुक्रवार से हड़ताल शुरू की तथा श्यामडीह स्थित जीइइसीएल गैस प्लांट के वेल संख्या 12 के समक्ष हड़ताल के समर्थन में धरना शुरू किया.
मौके पर पार्थो मुखर्जी, जतन मजूमदार, सुशांत बनर्जी, पार्षद धर्मादास माजी, अरविंद घोष, तोतन चट्टराज आदि उपस्थित थे. जीइइसीएल के कुआं संख्या 12 के गैस गेदरिंग सेंटर के समक्ष सुबह छह बजे ही श्रमिक एकत्रित हो गये.
गैस प्लांट में उत्पादन को रोक कर हड़ताल को सफल करने के उद्देश्य से श्रमिकों ने किसी को भी कार्य पर जाने नहीं दिया. प्रबंधन ने सुरक्षा के मद्देनजर हीरापुर थाना पुलिस कर्मियो को बुलाया. मैनेजर अविनाश शांतिकारी पुलिस की सुरक्षा में प्लांट में दाखिल हो गये. प्लांट का कार्य बाधित होने से रोकने के लिए अन्य मजदूरों की मदद से प्लांट को चालू किया गया. जिसके विरोध में श्रमिक भड़क गये. उन्होने श्री शांतिकारी के कार्य को बंद करने की तैयारी की. लेकिन माकपा नेता पार्थो मुखर्जी के समझाने पर श्रमिक शांत हो गये. श्रमिक प्लांट में दाखिल होकर वेल के भाल्व को खोलने की कोशिश कर रहे थे. जिससे पूरे इलाके में गैंस प्लांट में ब्लॉस्ट हो जाता. पुलिस कर्मियो ने श्रमिको के काफिले को मुख्य द्वार पर ही रोक दिया. श्री चट्टराज के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल मैनेजर श्री शांतिकारी से मिलने गया. लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला.
श्रमिक अपनी मांगो को लेकर धरना पर बैठे है. प्रबंधन की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं हुयी है. क्षेत्रीय श्रमायुक्त आरसी सेठी तथा हीरापुर थाना प्रभारी राजशेखर मुखर्जी की पहल पर हड़ताल समाप्त हुयी. उन्होंने एक सप्ताह के भीतर श्रमिको की मांगो के मद्देनजर प्रबंधन से बात करने का आश्वासन दिया है. शनिवार से श्रमिक समान्य रूप से कार्य जारी करेगें.
श्री मुखर्जी ने कहा कि सीटू के बैनर तले पांच मांगो के तहत कर्मियो ने हड़ताल की थी. लेकिन प्रबंधन की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं हुयी है. इसके विरोध में श्रमिको में रोष व्याप्त है.
प्रशासनिक स्तर से श्रमिकों की जायज मांगो को लेकर प्रबंधन से बात करने का आश्वासन दिया है. जिसके कारण हड़ताल समाप्त कर दी गयी. आगामी सात दिन के भीतर प्रशासन प्रबंधन के साथ बातचीत कर मामले का निष्पादन करेगा.
जतन मजूमदार ने बताया कि बकाया वेतन भुगतान, केन्द्र सरकार क ी निर्धारित न्यूनत्तम वेतन को अविलंब लागू करना, श्रमिक की छंटाई बंद करना, श्रमिक को स्थायी नियोजन, श्रमिको की ग्रेच्यूटी, पीएफ के लिए केवाईसी परिसेवा अपडेट करना आदि मांगो के तहत हड़ताल की गयी थी. बीते 10 अप्रैल से प्रबंधन तथा कर्मचारियो के बीच खीचा तानी चल रही है.
प्रबंधन बार-बार वादा खिलाफी कर रहा है. इसके खिलाफ क्षेत्रीय श्रमायुक्त आरसी सेठी से शिकायत की गयी थी. एक महीने के बाद भुगतान का आश्वासन दिया गया था. लेकिन 12 जुलाई तक प्रबंधन ओर से कोई सकारात्मक जबाव नहीं मिलने के कारण अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल की गयी. पश्चिम वर्दवान जिले के 106 वेल का काम काज बंद है. प्रबधंक जयराम रमेश ने कोई सकारात्मक पहल नहीं की है. प्रशासन के अनुरोध पर हड़ताल वापस ले ली गयी. शनिवार से श्रमिक कार्य पर वापस लौटेगे.

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