मृतक के परिजनों ने पोस्ता थाना एवं अस्पताल प्रबंधन से लिखित शिकायत की है. अस्पताल प्रबंधन ने तीन नर्सों को निलंबित कर दिया है. उनके नाम ब्यूटी सरकार, संचारी दास और डॉली सरकार बताये गये हैं. साथ ही मामले की जांच का आश्वासन दिया है. पूजा साव ने बताया कि उसकी मां मीना देवी को कैंसर था. यहां पीलिया के इलाज के लिए नौ अप्रैल को भरती कराया गया था. उन्हें स्पेशल वार्ड में रखा गया था. लेकिन दूसरे ही दिन बिना बताये जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. पूछने पर बताया गया कि मरीज के शरीर से बदबू आ रही है. इस कारण उन्हें स्पेशल वार्ड में रखने में परेशानी हो रही है. पूजा ने नर्सों एवं आया पर खराब बरताव का आरोप लगाया.
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जोड़ासांकू स्थित अस्पताल का मामला, प्रबंधन ने तीन नर्सों को किया निलंबित, मौत के छह घंटे बाद परिजनों को बताया
कोलकाता : जोड़ासांकू के रवींद्र सरणी रोड स्थित एक संस्था द्वारा संचालित अस्पताल में एक मरीज की मौत हो गयी. मृतका का नाम मीना देवी (45) था. वह हावड़ा के सलकिया इलाके की रहनेवाली थी. गुरुवार रात करीब 12:45 बजे उसकी मौत हो गयी. मृतका के परिजनों का आरोप है कि नर्स एवं आया की […]
कोलकाता : जोड़ासांकू के रवींद्र सरणी रोड स्थित एक संस्था द्वारा संचालित अस्पताल में एक मरीज की मौत हो गयी. मृतका का नाम मीना देवी (45) था. वह हावड़ा के सलकिया इलाके की रहनेवाली थी. गुरुवार रात करीब 12:45 बजे उसकी मौत हो गयी. मृतका के परिजनों का आरोप है कि नर्स एवं आया की लापरवाही से मरीज की मौत हुई है.
अस्पताल में किसी मरीज की मौत होने पर तुरंत उसके परिजनों को इसकी सूचना दी जाती है. मेडिकल साइंस के नियमानुसार मौत के चार घंटे बाद परिजनों को शव सौंप दिया जाता है. लेकिन मीना देवी के साथ ऐसा नहीं हुआ है. पूजा का कहना है कि उसकी मां की मौत गुरुवार रात 12:15 हो गयी, जबकि अस्पताल प्रबंधन से शुक्रवार सुबह 6:45 बजे फोन पर यह दुखद समाचार सुनाया. बताया गया कि देर रात फोन किया गया था, लेकिन फोन नहीं लगा. पूजा के अनुसार मरीज के इलाज के दौरान लापरवाही बरती जा रही थी. समय पर दवा नहीं दी गयी. मौत के बाद भी लापरवाही जारी रही. जब हम शव के पास पहुंचे तो पाया कि उस पर कपड़े नहीं थे. मौत के पहले यानी बुधवार को डायपर भी नहीं बदला गया था. शव को लावारिस की तरह रखा गया था.
परिजनों ने मांगा मुआवजा
मीना देवी के घरवालों ने शुक्रवार को अस्पताल प्रबंधन के पास शिकायत दर्ज करायी. आरोपी कर्मियों को तुरंत हटाने और मुआवजा की मांग की.
क्या कहते हैं अस्पताल के पदाधिकारी : अस्पताल के प्रधान सचिव गोविंद राम अग्रवाल एवं कार्यकारी महाप्रबंधक प्रदीप कुमार शर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. तब तक तीन नर्सों को संस्पेंड किया गया है. मीना देवी के पास दूसरे बेड पर भरती मरीजों से भी पूछताछ की गयी. दोषी पाये जाने पर नर्सों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. मुआवजा के मुद्दे पर अस्पताल पदाधिकारियों ने कहा कि इस बारे में जांच पूरी होने तक कुछ नहीं कहा जा सकता.
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