सिलीगुड़ी. शराबी बेटे की हरकत से परेशान एक परिवार ने उसकी हत्या कर दी. सोमवार को इस रहस्यमय हत्याकांड से सनसनी फैल गयी. जहां मृतक के माता-पिता व भाई-बहन इस हत्याकांड को आत्महत्या साबित करने पर तूले हैं, वहीं मृतक की पत्नी ने हत्या की बात को स्वीकार कर लिया है. रविवार की देररात यह घटना सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट के भक्तिनगर थाना अंतर्गत आसिघर पुलिस चौकी इलाका स्थित निरंजन नगर में घटी है. पुलिस ने मृतक की पहचान गोविन्द दास(30) के रूप में की है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल भेज दिया है.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रविवार की देर रात मृतक का परिवार आत्महत्या की एक घटना को लेकर पुलिस चौकी पहुंचा. परिवार के सदस्यों का कहना था कि नशे की हालत में गोविन्द दास ने अपने गले में रस्सी से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है. पुलिस तत्काल कार्रवाई करते हुए घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दिया. प्राथमिक पूछताछ में स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि पेशे से मछली विक्रेता मृत गोविंद दास शराबी था. शराब पीकर परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट व झगड़ा रोजाना की बात थी.
इसके अतिरिक्त शराब पीने के लिये वह परिवार सदस्यों से भारी रकम की मांग बराबर किया करता था. पिछले कुछ दिनों से वह अपने पिता से तीन हजार रुपये की मांग कर रहा था. रुपये ना देने की वजह से रोज रात को शोर-शराबा होता था. रविवार की रात भी गोविंद शराब पीकर घर पहुंचा और रुपये के लिये पिता को ढूंढ़ने लगा. लेकिन उस वक्त उसके पिता सुशील दास घर पर मौजूद नहीं थे. पिता की गैरमौजूदगी में गोविंद का झगड़ा परिवार के अन्य सदस्यों से शुरू हो गया. इसी बीच, गोविंद आत्महत्या करने के लिये अपने गले में रस्सी फंदा डाल लिया. आरोप है कि परिवार के अन्य सदस्यों ने उसके गले में पड़ी रस्सी को खींच दिया, जिससे उसकी मौत हो गयी. गोविंद की मौत के बाद परिवार के सदस्यों ने फंदे को आग में जला दिया और आत्महत्या की कहानी लेकर पुलिस के पास पहुंचे. हालांकि मृतक की पत्नी ज्योत्सना दास ने हत्या की बात को स्वीकार कर लिया है. उसने बताया कि शराब पीकर परिवार के साथ गाली-गलौज व मारपीट रोज की बात हो चली थी.
शराब, जुआ व अपने दूसरे शौक को पूरा करने के लिये वह घर से रुपये मांगने लगा था. पिछले कुछ दिनों से अपने पिता से तीस हजार रुपये की मांग कर रहा था. इसके लिये पिता के साथ भी उसकी कई बार मारपीट हुई. घटना की रात काफी विवाद हुआ. गोविंद फांसी लगाने चला था, उसे रोकने के लिए की गयी मारपीट में उसकी जान चली गयी. स्थानीय लोगों ने आरोपी परिवार के लिये कड़ी सजा की मांग की है.
इस हत्याकांड के संबंध में आसिघर पुलिस ने बताया कि परिवार के सदस्यों का बयान एक सा नहीं है. माता-पिता और बहन जहां इसे आत्महत्या बता रहे हैं वहीं मृतक की पत्नी ने हत्या की बात को स्वीकार कर लिया है. परिवार के सदस्यों से लगातार पूछताछ की जा रही है. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नर सीएस लेप्चा ने बताया कि घटना के बाद से परिवार के सदस्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. पोस्टमार्टम के लिये शव को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल भेज दिया है. आत्महत्या या हत्या की गुत्थी अब तक सुलझ नहीं पायी है. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है.