दुर्गापुर: राजनीति में शुचिता और सादगी को महत्व देने का दावा करनेवाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को अपनी पार्टी के विवादित नेता और वीरभूम तृणमूल कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल उर्फ केष्टो का बचाव किया. उन्होंने अनुब्रत को पार्टी का कुशल संगठनकर्ता बताते हुए कहा कि उसका काम काफी अच्छा है. बेवजह उसे विवादों में घसीटा गया गया.
वह स्थानीय राजीव गांधी स्मारक मैदान में तृणमूल कर्मियों की कार्यशाला को संबोधित कर रही थीं. ममता ने कहा, ‘कुछ लोग उनके (अनुब्रत) पीछे पड़े हैं. वे लोग उनके खिलाफ बहुत कुछ कहते हैं.
लेकिन वह अच्छे आयोजक हैं और अच्छा काम कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन उन्हें दिक्कत है. बहुत कम लोग जानते हैं कि वह स्वस्थ नहीं रहते हैं और उन्हें अकसर ऑक्सीजन लेने की जरूरत पड़ती है. हम उनके प्रति अमानवीय नहीं हो सकते.’ गौरतलब है कि अनुब्रत के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. सागर घोष हत्याकांड में वे नामजद अभियुक्त हैं. जिसकी जांच का दायित्व कोलकाता हाइकोर्ट ने पुलिस महानिदेशक को दिया है. इसके साथ ही अनुब्रत के खिलाफ पत्रकार को हत्या की धमकी देने, पुलिस अधिकारियों व विरोधियों पर बम मारने का निर्देश देने तथा कटवा के कांग्रेसी विधायक रवींद्र नाथ चटर्जी को घर में घुस कर पीटने की धमकी देने जैसे दर्जनों गंभीर आरोप हैं.
सुश्री बनर्जी ने कहा कि अनुब्रत बेहतर संगठक तथा पार्टी के लिए बड़ी संपत्ति है. उनके लिए जितनी दूर जाना पड़े, वे बेहिचक जायेंगी. उनके खिलाफ विरोधी दुष्प्रचार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी में गुंडई एकदम बरदाश्त नहीं की जायेगी.
सीएम के बयान पर जतायी नाराजगी
मुख्यमंत्री के इस बयान पर आम नागरिकों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य की पुलिस मंत्री भी है. सागर घोष हत्याकांड में हाइकोर्ट ने पहले पुलिस व बाद में सीआइडी अधिकारियों को क ड़ी फटकार लगायी थी. पुलिस महानिदेशक को जांच का आदेश दिया गया है. उस स्थिति में सीएम का यह बयान कई मायने रखता है. मुख्यमंत्री के इस बयान से पार्टी के बैनर तले होनेवाली गुंडागर्दी को वैधता दी गयी है. इसके कई मायने हैं. इससे स्पष्ट है कि अनुब्रत के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने दी जायेगी. इसके साथ ही संसदीय चुनाव में भी इसका व्यापक असर पड़ेगा. कार्यशाला में मंत्री पार्थ चटर्जी, महासचिव मुकुल राय, अभिषेक बनर्जी, सांसद शुभेंदु अधिकारी, मंत्री सुब्रत बक्सी, मंत्री शोभनदेव चटर्जी, मंत्री फिरहाद हाकिम उपस्थित थे.
क्या है आरोप
आरोप है कि पिछले पंचायत चुनाव में अनुब्रत ने पार्टी कर्मियों को साफ तौर पर कहा था कि जरूरत पड़ने पर विपक्षियों पर तथा उनकी मदद में आनेवाले पुलिस अधिकारियों पर बम मारो तथा उनके घर में आग लगा दो. मुख्यमंत्री का पोस्टर फाड़ने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हाथ काट देने की धमकी दी थी.