कोलकाता: लोकसभा चुनाव में जनता दल (यूनाइटेड) माकपा के साथ मिल कर संघीय मोरचा गठन करने की कोशिश कर रहा है, जिसके बंगाल जद (यू) खिलाफ है. बंगाल जद (यू) ने पार्टी के अध्यक्ष शरद यादव व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिख कर इसकी सूचना दे दी है.
प्रदेश जद (यू) के अध्यक्ष अमिताभ दत्ता ने प्रभात खबर को बताया कि आठ व नौ फरवरी को दिल्ली में जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी.
उस बैठक में भी उन लोगों ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी थी. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य नेताई कांड की गलती को स्वीकार कर रहे हैं. पूर्व मंत्री अब्दुर रज्जक मोल्ला मान रहे हैं कि पार्टी ने अल्पसंख्यकों के लिए काम नहीं किया है, लेकिन माकपा इसे स्वीकार नहीं कर रही है. अभी तक माकपा अपनी पुरानी गलती से सीख नहीं ले रही है. उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता अभी तक माकपा के अत्याचार को नहीं भूली है.
ऐसी स्थिति में बंगाल जद (यू) का मानना है कि माकपा के साथ लोकसभा चुनाव में किसी प्रकार की सांठगांठ ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि राजग से नाता टूटने के बाद पार्टी के सांसद व महासचिव केसी त्यागी तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी से बातचीत करने आये थे. पहले तृणमूल के साथ ही बातचीत की पहल की गयी थी, हालांकि अभी तक अंतिम निर्णय नहीं किया गया है कि माकपा के साथ ही मिल कर जद (यू) संघीय मोरचा बनायेगी, यदि कोई ऐसा मोरचा बनता है, तो वे लोग इसका विरोध करेंगे.