कोलकाता: राज्य सरकार ने यहां के छात्रों को अब नाव बनाने का प्रशिक्षण देने की योजना बनायी है. अगले वर्ष से आइटीआइ कॉलेजों में नया कोर्स शुरू किया जायेगा, जिसमें नाव बनाने की पद्धति सिखायी जायेगी. यह जानकारी तकनीकी शिक्षा विभाग के मंत्री उज्जवल विश्वास ने दी.
उन्होंने कहा कि हालांकि छात्रों को लकड़ी की नहीं, बल्कि फाइबर से नाव बनाने का प्रशिक्षण दिया जायेगा. राज्य सरकार के तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से सभी आइटीआइ कॉलेजों को इस संबंध में जानकारी दे दी गयी है. उन्होंने बताया कि बंगाल में नदियों की कमी नहीं है, लेकिन लकड़ी से बननेवाली नाव पर खर्च अधिक होता है, इसलिए फाइबर के बनी नाव बनाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है. विद्याधारी,ब्राह्नाणी, हुगली, इच्छामती नदियों में फाइबर के बनी नाव चलाने की योजना है.
महानगर के खालों में भी फाइबर से बनी नाव चलायी जा सकती है. इससे लोगों के मनोरंजन के साथ-साथयातायात व्यवस्था का भी विकास होगा. उन्होंने बताया कि इस प्रकार से नाव से सबसे अधिक लाभ सुंदरवन के लोगों को होगा, क्योंकि वहां बहुत छोटी-छोटी नदियां हैं और लकड़ी की बनी नाव की कीमत अधिक होने के कारण वहां पर्याप्त संख्या में नाव नहीं होना है. उन्होंने कहा कि फाइबर से बनी नाव की कीमत अपेक्षाकृत कम होगी.