कोलकाता: गरीबों की जरूरत के लिए कोलकाता नगर निगम द्वारा दी गयी जमीन पर बनाये गये एक कम्युनिटी हॉल के मुद्दे पर निगम में कांग्रेस और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच जबरदस्त जंग छिड़ गयी है. एक तरफ मेयर शोभन चटर्जी के नेतृत्व में पूरा तृणमूल बोर्ड है, तो दूसरी तरफ उनके निशाने पर कांग्रेस पार्टी की नेता माला राय हैं, जिनके वार्ड नंबर 88 में यह कम्युनिटी हॉल स्थित है.
निगम के मासिक अधिवेशन में 84 नंबर वार्ड की तृणमूल पार्षद परमिता चटर्जी ने यह मामला उठाते हुए आरोप लगाया कि निगम की जमीन पर यह कम्युनिटी हॉल अवैध रूप से तैयार किया गया है, जिसका संचालन ऑल बंगाल मास एजुकेशन डेवलपमेंट सोसाइटी नामक एक स्वयंसेवी संस्था करती है.
श्रीमती चटर्जी ने आरोप लगाया कि गरीबों के नाम पर तैयार किये गये इस कम्युनिटी हॉल का किराया 18 से 40 हजार रुपये तक ऐंठा जा रहा है, जबकि निगम के अन्य कम्युनिटी हॉल का किराया ढाई हजार से आठ हजार रुपये के बीच है. मेयर परिषद सदस्य देवब्रत मजूमदार एवं देवाशीष कुमार ने भी तृणमूल पार्षद के इस आरोप का समर्थन किया. श्री मजूमदार ने मेयर से उस कम्युनिटी हॉल का अधिग्रहण तक कर लेने का आवेदन कर डाला. मेयर शोभन चटर्जी ने भी आरोप लगाया कि उस जमीन को गलत तरीके से हासिल कर उस पर कम्युनिटी हॉल तैयार किया गया है.
विज्ञापन एजेंसियां लगा रहीं चूना
आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे कोलकाता नगर निगम को विभिन्न विज्ञापन एजेंसियां भी प्रत्येक वर्ष करोड़ों रुपये का चूना लगा रही हैं. हाल ही में यह सनसनीखेज खुलासा सामने आया है कि विज्ञापन एजेंसियां होर्डिग के माप में घपला कर रही हैं. विभागीय मेयर परिषद सदस्य देवाशीष कुमार ने बताया कि होर्डिग के माप के बार में हम लोग विज्ञापन एजेंसियों द्वारा दी गयी जानकारी के ऊपर भरोसा करते हैं, उसी के आधार पर एड एजेंसियां निगम को होर्डिग का टैक्स अदा करती हैं. पर, पिछले दिनों जब निगम के अधिकारियों ने तीन होर्डिग की मापी की तो यह देख कर दंग रह गये कि एड एजेंसियों ने उन होर्डिग का जो माप बताया था, हकीकत में वह सरासर गलत थे. आकार में होर्डिग बताये गये माप से काफी बड़े थे. इसके बाद निगम ने अब शहर के सभी होर्डिग की माप करवाने का फैसला किया है. श्री कुमार ने बताया कि होर्डिग की माप के लिए हम लोगों ने एक अत्याधुनिक यंत्र मंगवाया है, जिसके द्वारा नीचे खड़े होकर ही होर्डिग का माप कर लिया जायेगा.
मंगलवार को लिंडसे स्ट्रीट में उन्होंने स्वयं कई होर्डिग का माप लिया और वहां भी गड़बड़ी सामने आ गयी. इससे यह पता चलता है कि प्रत्येक वर्ष निगम को करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा था. श्री कुमार ने बताया कि जिन विज्ञापन एजेंसियों ने होर्डिग का माप गलत बताया है, उनका सही माप कर हम लोग टैक्स का बिल फिर से भेज रहे हैं.
सदन का बहिष्कार करने के बाद लौटे
पश्चिम बंगाल में 34 वर्ष तक शासन करने के बाद वाममोरचा ने न केवल सत्ता गंवाई, बल्कि साख भी बचाने में उसे मुश्किल हो रही है. जिसका उदाहरण मंगलवार को निगम के मासिक अधिवेशन में देखने को मिला. मेयर के जवाब से असंतुष्ट होकर वाम मोरचा के पार्षद नारे लगाते हुए सदन से वाकआउट कर गये. उनके बाहर जाने के बाद चेयरमैन सच्चिदानंद बनर्जी ने उनके द्वारा रखे गये सवालों को रद्द कर दिया और कांग्रेस पार्षदों द्वारा पूछे गये सवालों के जवाब देने के निर्देश दिया. नियमानुसार जो सदस्य सदन में मौजूद नहीं होगा, उसके सवाल का जवाब नहीं दिया जायेगा. आरएसपी पार्षद व पूर्व मेयर परिषद सदस्य सुशील कुमार शर्मा ने बोरो सात के अंतर्गत पड़ने वाले सभी वार्डो के ऊपर प्रत्येक विभाग द्वारा खर्च किये जा रहे रकम का ब्यौरा मांगा था, पर मेयर शोभन चटर्जी ने एक-एक वार्ड का जवाब देने से इनकार कर दिया. उनके इस रुख से नाराज होकर वाममोरचा पार्षद सदन से बाहर निकल गये. सदन लगभग जब अंतिम पड़ाव में पहुंच चुका था, तभी अचानक वाममोरचा के सभी पार्षद फिर से वापस सदन में लौट आये और अपनी-अपनी जगह पर खामोशी से बैठ गये. उनकी वापसी पर सभी उन्हें हैरत से देख रहे थे.