कोलकाता : वकीलों और महिलाओं के एक समूह ने आज उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अशोक कुमार गांगुली का पुतला दहन किया और उनके कार्यालय के बाहर धरना पर बैठकर पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पद से उनके इस्तीफे की मांग की. प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की, मानव श्रृंखला बनाई और न्यायमूर्ति गांगुली का पुतला दहन किया. प्रदर्शनकारी अलीपुर में भवानी भवन स्थित डब्ल्यूबीएचआरसी के कार्यालय के बाहर चार घंटे से अधिक समय तक धरना पर बैठे.
ऑल इंडिया लीगल एड फोरम के सचिव जयदीप मुखर्जी ने प्रेस ट्रस्ट से कहा कि जब तक गांगुली इस्तीफा नहीं देते तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा. प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे वकील ने कहा, ‘‘राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पद की विश्वसनीयता की खातिर उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. इसकी वजह से इस निकाय के प्रति लोगों का जो सम्मान है उसे क्षति पहुंच रही है.’’उन्होंने चेतावनी दी कि व्यापक प्रदर्शन होगा और अगर न्यायमूर्ति गांगुली तत्काल इस्तीफा नहीं देते हैं तो उनके खिलाफ शहर में काले झंडे दिखाकर प्रदर्शन किया जाएगा.अतिरिक्त सॉलीसीटर जनरल इंदिरा जयसिंह ने आज लॉ इंटर्न के हलफनामे का कुछ अंश सार्वजनिक किया जिसमें 24 दिसंबर 2012 की रात दिल्ली के एक होटल में उस इंटर्न के साथ क्या हुआ था उसका विस्तृत विवरण दिया गया है.