कोलकाता: शराब के नशे में महानगर की सुनसान सड़कों पर गुरुवार रात अपने साथी के साथ एक युवती की दबंगई का अजीबोगरीब नजारा दिखा. दरअसल युवती ने सबसे पहले अपनी कार से एक ऑटो को धक्का मारा, फिर वहां मदद के लिए पहुंचे पुलिसकर्मियों के साथ जम कर मारपीट की और सुखेन मल्लिक नामक एएसआइ के कपड़े फाड़ दिये.
लेकिन हैरानी की बात कि काफी देर तक युवती द्वारा प्रताड़ित होने के बावजूद पीड़ित पुलिसकर्मी को किसी महिला पुलिस की मदद नहीं मिल सकी. अंत में आसपास बस्ती में सो रही महिलाओं की मदद लेकर आरोपी युवती को थाने लाया गया. गिरफ्तार युवती का नाम रत्ना मुखर्जी (25) है. वह मूलत: दुर्गापुर की रहनेवाली है. वह डलहौसी इलाके में एक सिक्योरिटी कंपनी में डिप्टी मैनेजर के पद पर कार्यरत है. बाघाजतिन इलाके में गर्ल्स हॉस्टल में वह रहती है, जबकि इस घटना में उसके साथ मौजूद युवक का नाम प्रवीण पाइचा (32) है. वह उसी सिक्योरिटी कंपनी में डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट है. घटना के समय मौके का फायदा उठा कर उसका एक अन्य साथी भागने में कामयाब रहा. उधर, शुक्रवार को आरोपी युवती व उसके साथी युवक को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 27 दिसंबर तक जेल हिरासत में भेजा गया.
क्या था मामला : पीड़ित एएसआइ सुखेन मल्लिक ने बताया कि गरियाहाट इलाके के बालीगंज फांड़ी में सड़क पर किसी प्राइवेट कार व ऑटो चालक के बीच झगड़ा होने की सूचना उन्हें मिली. दो कांस्टेबल को साथ लेकर वह घटनास्थल पर पहुंचे. वहां एक युवती अपने दो साथियों के साथ मिल कर ऑटो चालक की पिटाई कर रहे थे.
बीच बचाव के दौरान उन्हें पता चला कि शराब के नशे में कार में तीन लोग सवार थे. रात करीब 12.30 बजे उनकी कार से एक ऑटो को धक्का लग जाने के कारण वे ऑटो चालक के साथ उलझ पड़े थे. अचानक पुलिस वालों को देख युवती का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और वह उसके उपर हमला कर मारपीट करने लगी. उसके सामने आरोपी युवती के होने के कारण वह उससे दूर हट रहा था, लेकिन युवती उसके पास आकर उसके साथ मारपीट कर रही थी और उसका ड्रेस फाड़ दिया.
उधर, इस पूरे मामले पर संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि रात में किसी भी थाने में महिला पुलिस कर्मी एक समय तक ही रहती है. इसके बाद देर रात किसी घटना होने पर लालबाजार से मदद ली जाती है. इस मामले में ऐसा क्यों नहीं हुआ, इसकी जांच की जा रही है.