कोलकाता: राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल युवा की सद्भावना सभा में कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए दंगे कराये जाते हैं. यह कोई जाति विशेष के लोग नहीं करते. सद्भावना सभा के जरिये राजनीतिक विरोधियों पर हमला करते हुए कहा कि विरोधी चाहें जितनी भी साजिश कर लें यहां (बंगाल में) उनकी साजिश सफल नहीं होगी. वाममोरचा पर प्रहार करते हुए उनका कहना था कि 34 वर्ष के शासनकाल में उन्होंने कुछ नहीं किया.
इसलिए उन्हें चुपचाप रहकर आराम करना चाहिए और सरकार को काम करने देना चाहिए. विरोधी सच्चई को दबाकर लोगों के सामने उसका विकृत रूप पेश करते हैं. सुश्री बनर्जी का कहना था कि दंगा कराने की साजिश का वह कभी भी समर्थन नहीं कर सकती. ऐसे लोगों के साथ उनका कोई संबंध नहीं हो सकता. बाबरी मस्जिद ढांचे को गिराये जाने की घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब यह घटना हुई तब वह महानगर की सड़कों पर किसी किस्म का दंगा रोकने के लिए उतर पड़ी थीं. तत्कालीन वाममोरचा सरकार से भी उन्होंने कहा था कि जरूरत पड़ने पर वह सरकार को किसी भी किस्म की सहायता करने को तैयार हैं. सभा में तृणमूल कांग्रेस के आला नेता मौजूद थे.
मेयो रोड के करीब गांधी मूर्ति के सामने आयोजित इस सभा में लोगों की भारी भीड़ को संभालने के लिए पुलिस का पुख्ता प्रबंध किया गया था. सभा के जरिये मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि नेलसन मंडेला के निधन की वजह से राज्य में पांच दिनों तक किसी किस्म का कोई उत्सव या मनोरंजन संबंधी कार्यक्रम सरकार की ओर से आयोजित नहीं किया जायेगा.
नेल्सन मंडेला को दी श्रद्धांजलि
विधानसभा के प्लैटिनम जुबली समापन समारोह के शुरू में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की उपस्थिति में दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला के निधन पर दो मिनट मौन रख कर श्रद्धांजलि दी गयी. राष्ट्रपति ने उनके निधन पर शोक जताया तथा पांच दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किये जाने की बात कही. विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी तथा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंडेला के निधन पर गहरा शोक जताते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी. वहीं, वामपंथी नेताओं नेभी शोक व्यक्त किया है.
सोमवार को दिल्ली जायेंगी मुख्यमंत्री ममता
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक बार फिर सोमवार को नयी दिल्ली जायेंगी, हालांकि उनके इस दौरे के संबंध में आधिकारिक रूप से कोई कार्यक्रम की घोषणा नहीं की गयी है. लेकिन मुख्यमंत्री का अचानक यह दिल्ली दौरा आगामी लोकसभा चुनाव के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, क्योंकि रविवार को देश के चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव का परिणाम आनेवाला है. एक्जिट पोल के अनुसार, इन चार राज्यों में से तीन राज्यों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ सकता है. रविवार को परिणाम की घोषणा के ठीक एक दिन बाद मुख्यमंत्री दिल्ली जा रही हैं, कयास लगाया जा रहा है कि अपने इस दौरे में वह केंद्रीय पार्टियों के नेताओं से मिल सकती हैं और आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की जा सकती है. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने पहले ही अपने सभी सांसदों को केंद्र सरकार की जनविरोधी विधेयक का विरोध करने का निर्देश दे दिया है, चाहे वह सांप्रदायिक हिंसा संबंधी विधेयक हो या तेलंगाना मुद्दा. मुख्यमंत्री ने विधेयकों का संसद के अंदर व बाहर दोनों जगहों पर विरोध करने का निर्देश दिया है. सोमवार को वह वहां तृणमूल कांग्रेस के सांसदों के साथ भी मिलेंगी और उनके भविष्य के नीतियों के बारे में संबोधित करेंगी.