नयी दिल्ली : तृणमूल कांग्रेस ने आज माकपा पर आरोप लगाया कि उसने पूर्ववर्त्ती वाम मोर्चा सरकार के दौरान पश्चिम बंगाल सरकार में चिट फंड को बढ़ावा दिया. पार्टी ने दावा किया है कि ममता बनर्जी सरकार इस तरह की पोंजी फर्मों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है ताकि लोगों के हितों की रक्षा की जा सके.
तृणमूल कांग्रेस संसदीय दल प्रमुख सुदीप बंधोपाध्याय ने कहा, 100 प्रतिशत अनियमित चिट फंड कंपनियां वाम मोर्चे के 34 साल के कार्यकाल के दौरान अस्तित्व में आयी. ममता बनर्जी की अगुवाई वाले हमारे मौजूदा कार्यकाल के दौरान कोई नयी पोंजी कंपनी नहीं बनी है. उन्होंने कहा, वास्तव में मुख्यमंत्री कड़े कदम उठा रही हैं और सारदा कंपनी के प्रमुख को घोटाला सामने आने के 72 घंटे में ही गिरफ्तार कर लिया गया.
उल्लेखनीय है कि वामदलों ने आज संसद भवन परिसर में इस मुद्दे को उठाते हुए विरोध धरना दिया. वे राज्य में पोंजी घोटाले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे. इसके अलावा उनकी मांग थी कि गिरफ्तार तृणमूल सांसद कुणाल घोष ने जिनका नाम लिया है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाये.बंधोपाध्याय ने यह भी आरोप लगाया कि माकपा ने अपने कार्यकाल के दौरान सभी स्थापित चिट फंड कंपनियों से वित्तीय मदद ली.