कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस ने आज उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अशोक गांगुली पर एक महिला द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न मामले के संदर्भ में उनके पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग (डब्ल्यूबीएचआरसी) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की मांग की.
तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा में संसदीय दल के मुख्य सचेतक डेरेक ओ’ब्रायन ने यहां प्रेस ट्रस्ट को बताया ‘‘पार्टी मानती है कि न्यायमूर्ति गांगुली के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप चिंताजनक हैं.’’ पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा ‘‘हालांकि इंटर्न ने जो आरोप लगाये हैं, वह पहले के हैं और इनसे पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष के तौर पर उनकी वर्तमान भूमिका की जनधारणा पर असर पड़ सकता है.’’ डेरेक ओ’ब्रायन ने कहा कि कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान की बात हो तो तृणमूल कांग्रेस इससे कोई समझौता नहीं करती.
उन्होंने कहा कि शीर्ष पदों पर बैठे लोगों को ‘‘आदर्श’’ भूमिका निभानी चाहिए जिससे न सिर्फ महिला सहयोगियों के साथ आचरण के मानक बरकरार रहें बल्कि भविष्य में अगर उन पर ऐसे आरोप लगें तो वह पूरी संवेदनशीलता और तेजी से उनका जवाब दे सकें. ओ’ब्रायन ने कहा कि यह पूरी तरह न्यायमूर्ति गांगुली पर निर्भर करता है कि वह पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दें और उस पद की गरिमा बहाल करें जिस पर वह अभी हैं.
उन्होंने कहा ‘‘यह शालीनता और लोकमर्यादा की भावना की मांग है. इसलिए मैं न्यायमूर्ति गांगुली से पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का आग्रह करता हूं.’’