कोलकाता: न्यूटाउन का नाम ज्योति बसु नगर हटाने के खिलाफ वाम मोरचा विधायकों के सदन में हंगामे के खिलाफ विधानसभा में निंदा प्रस्ताव ध्वनि प्रस्ताव से पारित किया गया. हालांकि उस समय विधानसभा में एसयूसीआइ के विधायक तरुण नस्कर को छोड़ कर विरोधी दल कांग्रेस व वाम मोरचा का कोई भी विधायक उपस्थित नहीं था. कांग्रेस विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार कर रही है. वाम मोरचा ने ज्योति बसु नगर पर सवाल के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में सदन का बहिष्कार किया था.
भोजनावकाश के बाद विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने पर संसदीय मंत्री पार्थ चटर्जी ने वाम मोरचा विधायकों के हंगामे को लेकर निंदा प्रस्ताव लाया. उन्होंने कहा कि वाम मोरचा विधायकों ने विधानसभा में सही आचरण नहीं किया है.
विधानसभा की मर्यादा को धक्का पहुंचाया है. गरिमा को नष्ट किया है. सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक शोभनदेव चट्टोपाध्याय, तृणमूल विधायक शीलभद्र दत्त, पारस दत्ता, चिरंजीत व एसयूसीआइ विधायक तरुण कांति नस्कर ने भी वाम मोरचा विधायकों के हंगामे की निंदा की. बाद में विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने कहा कि विधानसभा के नियम 325 के अनुसार विधानसभा का कोई भी सदस्य सदन की कार्यवाही में बाधा नहीं दे सकता है. नारेबाजी व प्लेकार्ड आदि नहीं दिखा जा सकता है. विधायकों को विधानसभा के नियमों को हर हाल में मानना चाहिए.