सीतारामपुर (आसनसोल): केंद्रीय जंच ब्यूरो (सीबीआइ) की कोलकाता स्थित एंटी करप्शन विंग ने गुरुवार को इस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (इसीएल) के सोदपुर क्षेत्र की नरसंमुदा कोलियरी में छापेमारी कर कोलियरी प्रबंधक प्रभात कुमार झा को दस हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया.
इसके बाद कुमारपुर (आसनसोल), धनबाद व मधुबनी (बिहार) स्थित उनके आवास में भी छापेमारी कर जांच की गयी. उनपर कोलियरी के माइनिंग सरदार सागर मांजी से दस हजार रुपये लेने का आरोप है. सीबीआइ के उप महानिरीक्षक नवीन कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि उसे शुक्रवार को आसनसोल स्थित सीबीआइ के स्पेशल कोर्ट में पेश किया जायेगा.
क्या है मामला
नरसंमुदा कोलियरी में माइनिंग सरदार पद पर कार्यरत सागर अक्सर अस्वस्थ रहते हैं
उनका समायोजन कोलियरी के मैगजीन घर में क्लर्क के पद पर किया गया है. इसके कारण वे सतह पर ही कार्य करते हैं और खदान में नहीं जाते हैं. आरोप है कि कोलियरी मैनेजर प्रभात कुमार झा ने उनका तबादला खदान के भीतर कर दिया. शारीरिक अस्वस्थता के कारण जब सागर ने खदान में जाने पर असमर्थता जतायी तो तबादला रद्द करने के लिए उनसे रिश्वत की मांग की गयी. रिश्वत की राशि 20 हजार रुपये तय हुई जिसका भुगतान दो किस्तों में होना था.
सीबीआइ ने बुना जाल
विभागीय सूत्रों ने कहा कि सागर ने इसकी शिकायत सीबीआइ के एंटी करप्शन विभाग में की. झा के खिलाफ सीबीआइ को इसके पहले भी कई शिकायतें मिल चुकी थीं. दो बार उनको ट्रेप करने की कोशिश भी हुई थी, लेकिन झा दोनों ही बार बचने में सफल रहे थे. इस कारण सीबीआइ ने इस बार लीक प्रूफ योजना बनायी. नंबर नोट किये हुए नोट सागर को दिये गये. सीबीआइ के दस अधिकारियों की टीम गुरुवार को नरसंमुदा कोलियरी पहुंची और सागर को दस हजार रुपये देने को कहा गया. कार्यालय में जैसे ही सागर ने झा को रुपये दिये, सीबीआइ टीम ने रंगे हाथों दबोच लिया.
पहुंचे विजिलेंस अधिकारी भी
सीबीआइ छापेमारी की सूचना मिलते ही कंपनी मुख्यालय से विजिलेंस अधिकारी एके त्रिवेदी, क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारी एके बनर्जी, क्षेत्रीय उप महाप्रबंधक जेसी राय व हीरापुर थाना पुलिस वहां पहुंची. सीबीआइ अधिकारियों ने किसी भी अन्य अधिकारी को झा से पूछताछ करने की अनुमति नहीं दी. कंपनी के सीएमडी के तकनीकी सचिव नीलाद्री राय ने कहा कि कंपनी मुख्यालय को सूचना मिली है. सीबीआइ अपना कार्य कर रही है तथा साक्ष्य जुटाना सीबीआइ का कार्य है. जांच एजेंसी की ओर से कंपनी को कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गयी है. उन्होंने कहा कि मैन पावर में शॉटेज होने पर या अन्य कारणों से पदों का समायोजन किया जाता है.
आवास पर भी छापेमारी
सूत्रों ने कहा कि झा के कुमारपुर (आसनसोल), धनबाद और मधुबनी स्थित आवासों पर भी छापेमारी कर जांच की जा रही है. उनके खिलाफ विभिन्न तरह की शिकायतें सीबीआइ के पास पहले से ही है. श्रमिकों ने भी उन पर कई आरोप लगाये. संभवत: झा को शुक्रवार को आसनसोल में सीबीआइ के स्पेशल कोर्ट में पेश किया जायेगा.