कोलकाता: कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बुधवार रात शहर के मैदान इलाके से पटना सीरियल ब्लास्ट के संदिग्ध मोहम्मद अली उर्फ अली (30) को गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से 50 हजार के नकली नोटों के अलावा दुबई का ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट और अलग-अलग देशों के कुछ कागजात मिले हैं.
वह बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के मनियारी थाने के मीरपुर रत्नौली का रहने वाला है. पटना सीरियल ब्लास्ट की जांच के दौरान दरभंगा से हिरासत में लिये गये मेहर-ए-आलम से पूछताछ के बाद अली के मुजफ्फरपुर के मनियारी मीरपुर स्थित घर पर छापेमारी की गयी थी, लेकिन अली वहां से चकमा देकर निकल गया था. एसटीएफ ने जानकारी के आधार पर अली को दबोच लिया.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (एसटीएफ) त्रिपुरारी ने बताया कि मोहम्मद अली को गुरुवार सुबह बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया, जहां से अदालत ने उसे 12 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया.
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, पटना धमाके के बाद एनआइए की टीम ने मुजफ्फरपुर से एक संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया था. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इस जानकारी के बाद अली वहां से भाग कर कोलकाता आ गया. यहां शरण लेने की फिराक में था, लेकिन इसके पहले ही जानकारी पाकर एसटीएफ के अधिकारी उस तक पहुंच गये. एसटीएफ सूत्रों का कहना है कि पूछताछ में पटना धमाके को लेकर कुछ सुराग हाथ लग सकते हैं. यहां वह किससे मिलने आया था और यहां से कहां जाने वाला था. जाली नोट के धंधे में उसके साथ और कौन-कौन लोग हैं, इन सब मामलों में उससे पूछताछ की जा रही है.
गौरतलब है कि पटना सीरियल ब्लास्ट की जांच के दौरान हिरासत में लिया गया मेहर-ए-आलम एनआइए की टीम को चकमा दे कर फरार हो गया था. उसे दरभंगा के हयाघाट इलाके से पकड़ा गया था. लेकिन, उसे गुरुवार की शाम को कानपुर में एनआइए और यूपी एसटीएफ की टीम ने राजधानी एक्सप्रेस से गिरफ्तार कर लिया. हालांकि इसकी अधिकारी पुष्टि नहीं हो सकी है.