कोलकाता: परिवहन मंत्री मदन मित्र की धमकी के बावजूद बस और मिनी बस मालिक 19 और 20 सितंबर की अपनी दो दिवसीय हड़ताल के फैसले पर अडिग हैं. यानी गुरुवार और शुक्रवार को 45 हजार बस व मिनी बस नहीं चलेंगी. ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट व मिनी बस ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी ने किराया बढ़ाने […]
कोलकाता: परिवहन मंत्री मदन मित्र की धमकी के बावजूद बस और मिनी बस मालिक 19 और 20 सितंबर की अपनी दो दिवसीय हड़ताल के फैसले पर अडिग हैं. यानी गुरुवार और शुक्रवार को 45 हजार बस व मिनी बस नहीं चलेंगी.
ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट व मिनी बस ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी ने किराया बढ़ाने की मांग में हड़ताल का एलान किया है. बस का न्यूनतम किराया सात रुपये और मिनी बस का किराया कम से कम 10 रुपये करने की मांग की गयी है. अभी बस का न्यूनतम किराया पांच रुपये और मिनी बस का न्यूनतम भाड़ा छह रुपये है.
कालीपूजा तक हड़ताल न करें
उधर, मित्र ने बस मालिकों से फैसले पर पुनर्विचार कर कालीपूजा तक हड़ताल नहीं करने का अनुरोध किया है. ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट के महासचिव साधन दास ने कहा कि पिछले नौ महीने में जिस तरह डीजल की कीमतें बढ़ी हैं, ऐसे में किराया बढ़ाने के अलावा कोई रास्ता नहीं है. मिनी बस ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी के सचिव अवशेष दां ने कहा कि पिछली बार भी राज्य सरकार ने मांग के अनुसार किराया नहीं बढ़ाया था, इसलिए इस बार मिनी बस के लिए न्यूनतम किराया 10 रुपये करने की मांग की गयी है.
सख्ती बरतेगी सरकार
परिवहन मंत्री ने हड़ताल समर्थकों को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि कहीं भी बस चलाने से रोका गया तो सरकार सख्त कार्रवाई करेगी. मदन मित्र पहले ही कह चुके हैं कि हड़ताली बस मालिकों का परमिट जब्त किया जा सकता है.