कोलकाता : श्रीलंका के उच्चायुक्त प्रसाद करियावासम ने आज कहा कि उनके देश में तमिलों का मुद्दा सुलझने की प्रक्रिया में है और वहां की सरकार मानवाधिकारों के कथित हनन का समाधान तलाशने की कोशिश कर रही है.
करियावासम ने कहा कि अब द्वीपीय देश में शांति है और सरकार जातीय समुदायों की समस्याओं और उनकी मांगों का राजनीतिक समाधान ढूंढने की कोशिश कर रही है. स्थानीय महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया के एक कार्यक्रम के इतर उच्चायुक्त ने कहा, ‘‘अब वहां हिंसा नहीं होती. हम मेल-मिलाप की प्रक्रिया में हैं. प्रांतों में चुनाव कराए गए हैं. सभी समुदायों को पसंद आने वाले राजनीतिक समाधान की तलाश जारी है.’’
तमिलों सहित कई अन्य समूहों के मानवाधिकारों के हनन के आरोपों पर उच्चायुक्त ने कहा, ‘‘वे आरोप तो हैं. लेकिन हमने ‘लेसन्स लन्र्ट एंड रिकंसीलिएशन कमीशन’ गठित किया और हमें उम्मीद है कि उसने उन आरोपों की जांच कर सिफारिशें दी हैं और सरकार उन्हें लागू करेगी.’’ उच्चायुक्त ने कहा, ‘‘आरोप लगाए गए. पर हम उन आरोपों से उठे मुद्दों का समाधान तलाशने का ध्यान रख रहे हैं. तमिल हमारे भाई-बंधु हैं और वे श्रीलंका के अभिन्न अंग हैं.’’