-अजय विद्यार्थी-
कोलकाताः नेताजी सुभाष चंद्र बोस के लापता होने से संबंधित लगभग 100 फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग व भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा श्री बोस के परिवार की जासूसी कराने की मांग को लेकर नेताजी की वंशज मंगलवार को सड़क पर उतरें.
नेताजी के परिवार के सदस्यों व समर्थकों ने कोलकाता के आइएनए भवन से जुलूस निकाला तथा नेताजी से संबंधित फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग को लेकर नारेबाजी की. नेताजी के पौत्र डीएन घोष ने दावा किया कि उन्होंने इस संबंध में सरकार को दो बार पत्र लिखा है, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है.
नेताजी के वंशज अभिजीत राय ने कहा कि उन लोगों की मोदी सरकार से मांग है कि श्री बोस से संबंधित फाइलों को सार्वजनिक किया जाये. फाइलों के सार्वजनिक होने पर आम लोगों के सामने सच सामने आ जायेगा, हालांकि जुलूस से तृणमूल कांग्रेस के सांसद व नेताजी के वंशज सौगत बोस तथा उनकी मांग कृष्णा बोस अनुपस्थित थे. कोलकाता में नेताजी के वंशजों का यह जुलूस महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि क्योंकि नेताजी के वंशजों अमिय नाथ बोस तथा शिशिर कुमार बोस ने आरोप लगाया है कि 1948 से 1968 के बीच दो दशकों तक जवाहर लाल नेहरू के निर्देश पर उन लोगों की निगरानी की गयी थी.
बाद में खुलासा हुआ कि खुफिया विभाग ने न केवल नेताजी की परिवार की जासूसी की, वरन उनसे संबंधित सूचनाएं ब्रिटिश सुरक्षा सेवा (एमआइ5) के साथ साङोदारी भी की थी.