कोलकाता: उत्तर बंगाल सहित दाजिर्लिंग में जनजीवन सामान्य रखने के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है. वहां पर धीरे-धीरे जनजीवन सामान्य हो रहा है, लेकिन पूरी तरह जनजीवन सामान्य होने में अभी और समय लगेगा. यह जानकारी मंगलवार को उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव ने दी. गौरतलब है कि दाजिर्लिंग की परिस्थितियों से मुख्यमंत्री को अवगत कराने के लिए वे मंगलवार को राइटर्स बिल्डिंग पहुंचे और मुख्यमंत्री के साथ बैठक की. बैठक में मंत्री ने दाजिर्लिंग में राशन व्यवस्था को शुरू करने के लिए यहां से खाद्य की आपूर्ति करने पर जोर देने को कहा. उन्होंने कहा कि फिलहाल वहां खाद्य की कमी नहीं है, लेकिन खाद्य की आपूर्ति बंद नहीं होनी चाहिए.
उन्होंने बताया कि दाजिर्लिंग में होनेवाले बंद का असर अब डुआर्स पर भी पड़ने लगा है. इन क्षेत्रों में भी स्कूल व कॉलेज नियमित रूप से नहीं खुल रहे हैं. दाजिर्लिंग में जनजीवन सामान्य करने के लिए बुधवार को वह वहां के प्रशासनिक अधिकारियों व संयुक्त सचिव स्तर के सभी अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. उन्होंने कहा कि दाजिर्लिंग में जनजीवन सामान्य रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन केंद्र सरकार का भी कुछ दायित्व है.
उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण में केंद्र सरकार की भूमिका उदासीन रही है. दाजिर्लिंग के विकास के लिए राज्य सरकार ने गोरखा टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) का गठन किया है और जीटीए के माध्यम से ही यहां का विकास किया जायेगा. वहां पर्यटन व्यवस्था को एक बार फिर से शुरू करने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह तत्पर है. इस संबंध में टूर ऑपरेटरों के साथ बैठक भी हुई है.
उन्होंने आश्वस्त किया कि दाजिर्लिंग आने वाले पर्यटकों को किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी. यहां के सभी राशन दुकान, होटल व सरकारी परिवहन व्यवस्था को खुला रखने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि दाजिर्लिंग के कई क्षेत्रों में खाद्य विभाग द्वारा शिविर लगा कर खाद्य वितरण शुरू कर दिया गया है. आनेवाले समय में शिविर की संख्या और बढ़ायी जायेगी.