कोलकाता: पूर्वी भारत में केंद्र सरकार की परियोजनाओं पर चल रहे कार्य की समीक्षा के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने बुधवार को महानगर में बैंकरों के साथ बैठक की. जानकारी के अनुसार, फंड की समस्या के कारण पूर्वी भारत में करीब 12 परियोजनाओं का काम रुका हुआ है, इसलिए फंडिंग की समस्या दूर करने के लिए वित्त मंत्री ने विभिन्न बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की.
बंगाल में भी कई परियोजनाएं हैं अटकी
बताया जाता है कि पूर्वी भारत में बंद पड़ीं परियोजनाओं को फिर से शुरू करने के लिए कम से कम 3000 करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी. बंगाल में भी कई केंद्रीय परियोजनाओं का काम रुका पड़ा है. इनमें फरक्का बैरेज के पास पावर प्लांट व बनाने का काम व रायगंज में केंद्र सरकार की एक परियोजना रुकी हुई है.
बंगाल को जरूरत है 800 करोड़
सिर्फ पश्चिम बंगाल में बंद पड़ीं परियोजनाओं का काम शुरू करने के लिए 800 करोड़ रुपये की जरूरत है. इन बंद पड़ीं परियोजनाओं का काम शुरू करने के लिए वित्त मंत्री ने आर्थिक मदद देने का आश्वासन दिया है. इस बैठक में इलाहाबाद बैंक, यूको बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सहित अन्य पब्लिक सेक्टर बैंक के प्रमुख उपस्थित रहे. गौरतलब है कि आगामी 30 जुलाई को भारतीय रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी की रिव्यू बैठक होगी, इसलिए इस बैठक के पहले देश की आर्थिक व्यवस्था में सुधार लाने के लिए वित्त मंत्री ने बैंकरों से सुझाव लिये.