कल्याणी/बहरमपुर: भाजपा की चुनाव अभियान समिति के प्रमुख नियुक्त किये गये नरेंद्र मोदी का नाम लिये बगैर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि सभी तबके के लोगों से प्रेम करनेवाला व्यक्ति ही राष्ट्रीय नेता हो सकता है.
ममता बनर्जी ने नदिया जिले में एक पंचायत चुनाव रैली को संबोधित करते हुए कहा : कई राष्ट्रीय नेता हैं, जो हर तबके के लोगों से प्रेम करते हैं न कि किसी खास तबके से. रामकृष्ण ने कहा था कि कुछ लोग माता को ‘मां’ कहते हैं जबकि कुछ लोग
‘अम्मा’. मुख्यमंत्री ने कहा : वर्ष 1905 में रवींद्रनाथ टैगोर ने हिंदू-मुसलिम एकता का आह्वान किया था. आज रवींद्रनाथ और काजी नजरूल इसलाम रो रहे हैं.
सुश्री बनर्जी ने आरोप लगाया कि चुनावों के दौरान भाजपा वोट की खातिर हिंदुओं और मुसलमानों को सांप्रदायिक लाइन पर बांटती है. मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि उनकी सरकार मुसलमानों के पिछड़ेपन को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है. ममता ने दावा किया कि भाजपा पश्चिम बंगाल में कोई राजनीतिक ताकत नहीं है पर ‘विनाशकारी मेल’ के तौर पर उसने माकपा और कांग्रेस से गंठजोड़ कर रखा है.
कांग्रेस के बारे में ममता ने कहा कि केंद्र ने राजीव और इंदिरा गांधी, जिनका वह आदर करती हैं, के नाम पर योजनाओं के नाम रखे हैं, पर उन्होंने सवाल किया : स्वामी विवेकानंद और काजी नजरूल इसलाम के नाम पर कितनी योजनाएं के नाम रखे गये हैं? ममता ने कहा कि पेट्रोल, डीजल और खाद की कीमतें बार-बार बढ़ाने के बावजूद वोट मांगने में कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस इसलिए छोड़ी ,क्योंकि वह माकपा के हाथों बिक चुकी थी. उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव बाद प्रदेश कांग्रेस के नेता सड़क पर आ जायेंगे.