देवग्राम : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज कहा कि नरेंद्र मोदी और कांग्रेस ‘‘भाई’’ हैं और एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. ममता ने जोर देकर यह बात भी कही कि हर तबके को पसंद आने वाला व्यक्ति ही राष्ट्रीय नेता हो सकता है. मुर्शिदाबाद जिले के बरहमपुर में एक पंचायत चुनाव रैली को संबोधित करते हुए ममता ने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी और कांग्रेस, दोनों भाई हैं. कांग्रेस और मोदी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं.’’ कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा, ‘‘जब कभी चुनाव करीब आते हैं, कांग्रेस यह कहना शुरु कर देती है कि मुसलमानों को एकजुट हो जाना चाहिए क्योंकि नरेंद्र मोदी आ रहे हैं.’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘गुजरात दंगों के 10 साल हो गए हैं, पर कांग्रेस चुनावों से ठीक पहले दंगों का मुद्दा उठाती है. जब चुनाव नहीं होते तो वह इस मुद्दे को भूल जाती है.’’ इससे पहले, नदिया जिले में एक अन्य रैली को संबोधित करते हुए ममता ने कहा, ‘‘कई राष्ट्रीय नेता हैं जो हर तबके के लोगों से प्रेम करते हैं न कि किसी खास तबके को. रामकृष्ण ने कहा था कि कुछ लोग माता को ‘मां’ कहते हैं जबकि कुछ लोग ‘अम्मा’ कहते हैं.’’मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘साल 1905 में रविंद्रनाथ टैगोर ने हिंदू-मुस्लिम एकता का आह्वान किया था. आज रविंद्रनाथ और काजी नजरल इस्लाम रो रहे हैं.’’
कांग्रेस के बारे में ममता ने कहा कि केंद्र ने राजीव और इंदिरा गांधी, जिनका वह आदर करती हैं, के नाम पर योजनाओं का नाम रखा है पर उन्होंने सवाल किया, ‘‘स्वामी विवेकानंद और काजी नजरल इस्लाम के नाम पर कितनी योजना का नाम रखा गया ?’’ ममता ने कहा कि पेट्रोल, डीजल और खाद की कीमतें बार-बार बढ़ाने के बावजूद वोट मांगने में कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस इसलिए छोड़ी क्योंकि वह माकपा के हाथों बिक चुकी थी.
मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘चुनावों के दौरान भाजपा वोट की खातिर हिंदुओं और मुसलमानों को सांप्रदायिक लाइन पर बांटती है.’’ ममता ने दावा किया कि उनकी सरकार मुसलमानों के पिछड़ेपन को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल में कोई राजनीतिक ताकत नहीं है पर ‘विनाशकारी मेल’ के तौर पर उसने माकपा और कांग्रेस से गठजोड़ कर रखा है.माकपा पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा, ‘‘माकपा पहले अदालत नहीं गयी, पर उसने वोट जरुर मांगे. वे अब अदालत जा रहे हैं.’’ वाम मोर्चा शासन के दौरान माकपा नेताओं पर भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाते हुए ममता ने कहा कि वह ऐसे नेताओं को जेल भेज चुकी होतीं, पर उन्होंने ऐसा नहीं किया.