कोलकाता: भाजपा में शामिल हुए गायक कुमार शानू ने कहा कि बंगाल सरकार ने उन्हें तवज्जो नहीं दी. संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि 34 वर्षो की वाम मोरचा सरकार और साढ़े तीन वर्षो की तृणमूल सरकार ने कभी भी उनकी सुध नहीं ली.
संगीत के क्षेत्र में खुद को स्थापित करने के बावजूद कभी भी उन्हें बड़ा अवार्ड नहीं मिला. एक बार ममता बनर्जी ने उन्हें उत्तम कुमार अवॉर्ड से नवाजा था और साथ ही कहा था कि उनके लिए कई काम है. लेकिन फिर कोई फोन कॉल नहीं आया. वह बंगाल की गरीबी व अशिक्षा के काफी कुछ करना चाहते हैं. नरेंद्र मोदी के आदर्शो व सक्रियता से वह बेहद प्रभावित हैं. उन्हें उम्मीद है कि अपने लक्ष्य हासिल करने के लिए केंद्र व भाजपा से ही सहयोग मिल सकता है.
वह गरीब बच्चों के लिए स्कूल खोलना चाहते हैं. एक स्कूल तो साढ़े तीन वर्ष की मेहनत के बाद कैनिंग में खोला भी गया है. वहां बच्चों को राशन देने की भी व्यवस्था है. कुमार शानू ने स्पष्ट किया कि वह न तो मंत्री बनना चाहते हैं और न ही चुनाव लड़ने की उनकी ख्वाहिश है. बाबुल सुप्रिय के संबंध में उन्होंने कहा कि वह उनके छोटे भाई की तरह हैं. उनकी ही प्रेरणा पर बाबुल ने संगीत की दुनिया में कदम रखा था. उनके जैसे युवा मंत्री की ही जरूरत है. वह काफी अच्छा काम कर रहे हैं.