हावड़ा. सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल एचआइवी पीड़ित एक महिला का हावड़ा जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने इलाज करने से इनकार कर दिया. बाद में पारिवारिक परिचित के हस्तक्षेप के बाद पीड़ित महिला को बाद में अस्पताल में भरती लिया गया. आरोप है कि पूरी रात उसे वार्ड के बाहर एक शव के पास […]
हावड़ा. सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल एचआइवी पीड़ित एक महिला का हावड़ा जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने इलाज करने से इनकार कर दिया. बाद में पारिवारिक परिचित के हस्तक्षेप के बाद पीड़ित महिला को बाद में अस्पताल में भरती लिया गया. आरोप है कि पूरी रात उसे वार्ड के बाहर एक शव के पास बाथरूम के निकट रखा गया.
इस घटना पर जिला के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमओएच) देवाशीष राय ने हैरानी व्यक्त करते हुए इसे दुखद बताया है. बुधवार को मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी के नेतृत्व में एक मेडिकल टीम अस्पताल पहुंची. उन्होंने एचआइवी पीड़ित मरीज के साथ मुलाकात करने के बाद उसके परिजनों से भी बातचीत की. सीएमओएच के हस्तक्षेप के बाद पीड़ित महिला को सर्जिकल वार्ड में भरती किया गया.
फिलहाल वहां उसका इलाज जारी है. पीड़ित के परिजनों ने इसके लिए मीडिया को धन्यवाद दिया. मामले के तूल पकड़ने के बाद मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय एक कमेटी गठित की गयी है. कमेटी मामले की जांच करेगी. जांच में दोषी पाये जानेवाले चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
सड़क हादसे में घायल हुआ था दंपती
रामराज तल्ला की रहनेवाली पीड़ित महिला पेशे से मजदूर है. उसका पति राजमिस्त्री है. दोनों एक साथ काम करते हैं. आठ नवंबर को दोनों साइकिल पर सवार होकर काम से वापस घर लौट रहे थे. इस दौरान कोना एक्सप्रेसवे के पास ट्रक से धक्का लग गया. इससे पति-पत्नी घायल हो गये. पत्नी का हाथ टूट गया और पीठ में गंभीर चोट लगी, जबकि पति को हल्की चोट आयी. पुलिस की मदद से दोनों को हावड़ा जिला अस्पताल पहुंचाया गया. पहले चिकित्सकों ने इलाज करना शुरू किया, लेकिन जब पति द्वारा पत्नी के एचआइवी पीड़ित होने की बात बतायी गयी, तो कथित रूप से चिकित्सकों ने इलाज करने से मना कर दिया और पीड़िता को कोलकाता स्थित अस्पताल ले जाने को कहा. पीड़िता की मां ने बताया कि बेटी को कोलकाता के एक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ले जाने पर वहां के चिकित्सकों ने भी इलाज करने से मना कर दिया. पारिवारिक परिचित की पहल पर मरीज को दोबारा हावड़ा अस्पताल में दाखिल कराया गया.