हावड़ा: करीब साढ़े तीन साल पहले बंगाल में राजनीतिक परिवर्तन के साथ राज्य में माकपा के कुशासन का अंत हुआ. राजनीतिक, आर्थिक व शैक्षणिक बदहाली से राज्य को उबारने के लिए जनता ने तृणमूल कांग्रेस को सत्ता सौंपी, लेकिन परिवर्तन के नाम पर बंगाल को जो मिला, इसकी उम्मीद शायद ही किसी को होगी. आज पूरे प्रदेश में तृणमूल समर्थकों का गुंडा राज है.
सत्ता के साये में बेखौफ होकर तृणमूल समर्थक खुले आम तांडव कर रहे हैं. प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने तृणमूल को विनाशक बताते हुए कहा कि जनता इसके कुशासन का नाश करेगी. वह मंगलवार को हावड़ा स्टेशन के समीप जिला भाजयुमो के अध्यक्ष उमेश राय की अध्यक्षता में आयोजित ‘बंगाल बचाओ’ नामक एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
विदेशी आतंकियों की मदद से फैलायी जा रही हिंसा
राज्य सरकार पर विदेशी आतंकियों की मदद लेकर हिंसा फैलाने का आरोप लगाते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि ममता की सरकार जमात-उल-मुजाहिद्दीन जैसे विदेशी आतंकी संगठनों की मदद कर रही है. राज्य में उनको विस्फोटक बनाने व बांग्लादेश में हिंसा फैलाने में मदद की जा रही है. राजनीतिक बदले के लिए भी इनका व इनके नेटवर्क का इस्तेमाल हो रहा है. राज्य में औद्योगिक उत्थान के स्थान पर आतंक पनप रहा है. रोज बंद होते कल-कारखानों के कारण बंगाल के काफी युवक बेरोजगार हैं. शिक्षक भरती मामले पर श्री सिन्हा ने कहा कि टेट में शिक्षकों की भरती उनकी प्रतिभा पर नहीं, बल्कि रुपये के बल पर हुई है.
पारुई घटना बनेगी तृणमूल के अंत का कारण
जिस प्रकार नंदीग्राम की घटना माकपा के पतन का कारण बनी ठीक उसी तरह पारुई कांड तृणमूल को ले डूबेगी. अल्पसंख्यकों के भाजपा की ओर बढ़ते झुकाव को कम करने के उद्देश्य से राजनीतिक हिंसा का सहारा लिया जा रहा है. तृणमूल के लोगों ने बेगुनाह पांच मुसलिम समुदाय के लोगों को मौत के घाट उतार दिया. जनता इसका जवाब चुनाव के दौरान देगी.
अलीपुर थाने की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्य मंत्री आवास से मात्र 2.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस थाने में तृणमूल के समर्थकों ने पुलिस की पिटाई की. श्री सिन्हा ने कहा कि बंगाल में विकास के लिए भाजपा का आना जरूरी है. साल 2016 में बंगाल में भाजपा के नेतृत्व में बंगाल में एक सशक्त सरकार बनेगी. इस मौके पर भाजपा के प्रवक्ता रितेश तिवारी, जिला भाजपा के अध्यक्ष तुषार कांति दास,भाजयुमो के प्रदेश सचिव अमिताभ राय, सचिव चंद्रशेखर बासोटिया, भाजयुमो के राष्ट्रीय सचिव तुषार कांति घोष, केएमसी के पार्षद विजय ओझा, हावड़ा नगर निगम की पार्षद गीता राय, अनिता सिंह, भाजपा नेता संजय सिंह, पिक्लू दास, उत्तर हावड़ा जिला भाजयुमो के अध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह, देवांजल चटर्जी, रॉबिन भट्टाचार्य, अनिल गोयल व अन्य शामिल रहे.