कोलकाता: कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के आमंत्रण पर मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी रविवार को दिल्ली रवाना हुईं. वह देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती के अवसर पर 17 व 18 नवंबर को दिल्ली के विज्ञान भवन में होनेवाले अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल होंगी.
इसके साथ ही सुश्री बनर्जी 18 नवंबर को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात करेंगी. उन्हें जनवरी में यहां होनेवाले विश्व बंग सम्मेलन में उपस्थित रहने के लिए आमंत्रित करेंगी. लोकसभा चुनाव के बाद सुश्री बनर्जी की यह पहली दिल्ली यात्रा है.
वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति में सुश्री बनर्जी की दिल्ली यात्र काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. इस सम्मेलन में सुश्री बनर्जी के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सहित मुलायम सिंह यादव, आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शरद यादव, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, अजीत सिंह सहित वामदलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है.
विभिन्न देशों के राष्ट्र प्रधान को भी समारोह में आमंत्रित किया गया है, लेकिन इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के सहयोगी दलों को आमंत्रित नहीं किया गया है. राजनीतिक विेषकों का कहना है कि नेहरू जयंती को लेकर सोनिया गांधी भाजपा विरोधी धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक दलों को एकजुट करना चाहती हैं. भाजपा सरकार के खिलाफ बिहार में पहले ही लालू व नीतिश एक मंच पर आ गये हैं. इसी तरह पूरे भारत की धर्मनिरपेक्ष ताकतों को एकजुट करने की कवायद शुरू हुई है.