कोलकाता. सारधा घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) की विशेष अपराध शाखा ने दो साजिशकर्ताओं की पहचान की है. सीबीआइ उनके खिलाफ सबूतें इकट्ठा कर रही है. जांच एजेंसी के सूत्रों ने कहा : अब तक कई लोगों से पूछताछ के बाद हम दो साजिशकर्ताओं की पहचान कर पाये हैं, जो राजनीतिक रसूखवाले व्यक्ति हैं और उनसे अबतक एजेंसी ने पूछताछ नहीं की है. सीबीआइ उनके विरुद्ध इकट्ठा किये गये सबूत से तसल्ली हो जाने के बाद उनके खिलाफ कानूनी ढंग से कार्यवाही शुरू करेगी.
सूत्रों ने कहा : हम ठोस आधार पर आगे बढ़ना चाहते हैं और हमारी मंशा किसी तरह की सनसनी पैदा करना नहीं है. सीबीआइ ने प्रवर्तन निदेशालय के विपरीत महज चार महीने से कुछ ही दिन पहले उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर जांच शुरू की है. सूत्रों के मुताबिक व्यापक जांच को ध्यान में रखकर जांच एजेंसी जांच पूरी करने के लिए उचित समय लेगी. सूत्रों का कहना था कि सीबीआइ सारधा टूर्स एडं ट्रैवल्स के खिलाफ अपना पहला आरोपपत्र तैयार कर रही है, जिसे संभवत: इस माह के आखिर तक दायर किया जायेगा. सारधा घोटाले की आपराधिक साजिश कोण पर गौर कर रही सीबीआइ ने जांच के दौरान विभिन्न दस्तावेजों को एकत्र किया है.
सूत्रों ने कहा : मैं यह नहीं कह सकता कि जो भी एकत्र किये गये हैं , वे ठोस है. लेकिन हमें जो आंकड़े मिले हैं हम उन सभी तरह के आंकड़ों का विश्लेषण कर रहे हैं. सूत्रों ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल सरकार गिरफ्तार सारधा प्रमुख सुदीप्त सेन के भू रिकार्ड उपलब्ध कराने में सुस्ती दिखा रही है. उन्होंने कहा : हमने राज्य सरकार के भू राजस्व विभाग से सुदीप्त सेन की संपत्ति के ब्यौरे मांगे हैं. सेन के साथ लेन-देन के सिलसिले में सीबीआइ की पूछताछ से गुजरे चित्रकार शुभा प्रसन्ना के संबंध में सूत्रों ने कहा : वह कह रहे हैं कि उन्हें वे वित्तीय ब्यौरे याद नहीं है, जो दूसरे देखते हैं. उन्होंने कहा : हमें उनसे सफाई चाहिए और उन्हें पूरा ब्यौरा देना होगा. तृणमूल कांग्रेस के करीबी समङो जानेवाले शुभा प्रसन्ना ने अपना टीवी चैनल सारधा ग्रुप के सुदीप्त सेन को बेचा था.