मालदा: ऐसे कई बांग्लादेशी नागरिक हैं जिनके पास भारतीय पहचान पत्र है. खुफिया विभाग के सूत्रों के अनुसार, जिले के कई गांव व इंग्लिशबाजार शहर के कई इलाकों में रहनेवाले बांग्लादेशी नागरिकों के पास भारतीय पहचान पत्र है.
मजदूर से लेकर व्यवसायी तक हैं, जो बांग्लादेश से भारत आकर अपना नाम-पहचान मतदाता सूची में पंजीकृत कराने में कामयाब रहे. भाजपा का कहना है कि राज्य में शासक दल की मदद से अवैध घुसपैठ चल रही है. वाम शासन काल में भी ऐसी अवैध घुसपैठ हुई. जिसकी धारावाहिकता आज भी बरकरार है. हालांकि इस सिलसिले में जिला पुलिस व प्रशासन ने कोई टिप्पणी नहीं की. जिला शासक शरद द्विवेदी ने भी इस बारे में कुछ कहने से इनकार कर दिया.
मालदा जिले की सीमा बांग्लादेश से लगती है. इस जिले के इंग्लिशबाजार ब्लॉक के महदीपुर इलाके में भारत-बांग्लादेश का अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक सीमा है. सीमावर्ती मालदा जिले में कालियाचक, इंग्लिशबाजार, ओल्ड मालदा, हबीबपुर, बामनगोला, बैष्णवनगर थाना है, लेकिन कौन से इलाके से किस तरह से अवैध घुसपैठ हो रही है, इस बारे में पुलिस प्रशासन के पास कोई तथ्य नहीं है. उल्लेखनीय है कि 2014-15 की मतदाता सूची के संशोधन के दौरान 16 हजार मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिये गये. जिला प्रशासन सूत्रों के अनुसार, 2014-15 की मतदाता सूची में देखा जा रहा है कि इंग्लिशबाजार विधानसभा क्षेत्र में कुल दो लाख 29 हजार 692 मतदाता हैं. इस मतदाता केंद्र में मतदाताओं की संख्या करीब तीन हजार बढ़ गयी है. मालदा विधानसभा क्षेत्र में एक लाख 95 हजार 524 मतदाता हैं.
कुछ ही महीनों में यहां मतदाताओं की संख्या करीब दो हजार बढ़ गयी है. ऐसे और भी कई विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां मतदाताओं की संख्या में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हुई है, जबकि कुछ विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं की संख्या कम हो गयी है. जिला चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार 2014-15 में जो मतदाता सूची प्रकाशित की गयी हैं, उसके तहत मतदाताओं की संख्या 23 लाख 92 हजार 681 है. जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष मुआज्जेन हुसैन ने बताया कि भाजपा का आरोप निराधार है. अवैध घुसपैठ अगर हुआ है तो उसका जिम्मेदार केंद्र सरकार है. इंटक के राज्य सचिव तथा जिला कांग्रेस के महासचिव नरेंद्रनाथ तिवारी ने बताया कि कोई भी चुनाव हो, भाजपा हमेशा घुसपैठ की बात करती है. उनके पास कोई मुद्दा नहीं रहने के कारण सस्ती राजनीति कर रही है. केंद्र में तो भाजपा ही सत्ता पर है, तो भाजपा ही बता दे कि मालदा में कहां किस तरह की घुसपैठ हुई है.
कई लोग रह रहे हैं बांग्लादेश में, भारत में भी घर
खुफिया विभाग के सूत्रों के अनुसार, इंग्लिशबाजार नगरपालिका के विभिन्न वार्डो में से ऐसे कई पहचान पत्र मिले हैं, जिनमें से कई अभी भी बांग्लादेश में नौकरी कर रहे हैं, पेंशन पा रहे हैं. सिर्फ यही नहीं ऐसे भी लोग हैं जो उस पार भी रह रहे हैं और बंगाल में भी उनका घर है. खास कर इंग्लिशबाजार नगरपालिका क्षेत्र के फिरोजपुर, मीरचक, पियाजमोड़, पुड़ाटूली, ग्यासपुर, महेशमाटी समेत विभिन्न इलाकों में बांग्लादेशी नागरिक छा गये हैं. इनमें से कई बांग्लादेशी ऐसे हैं जिन्होंने बंगाल में जमीन भी खरीद ली है.
इंग्लिशबाजार शहर के विभिन्न बस्ती इलाकों से लेकर बहुमंजिली इमारत बांग्लादेशी नागरिकों का आवास स्थल बन गया है. सिर्फ इंग्लिशबाजार ही नहीं ओल्ड मालदा शहर के मंगलबाड़ी इलाके में एक पाड़ा है, जिसे बांग्लादेशी पाड़ा के नाम से जाना जाता है.