अभी छोटी मछलियां फंसी हैं, बड़ी भी फसेंगी : सूर्यकांत
सारधा कांड के खिलाफ डीवाइएफआइ ने निकाली रैली
कोलकाता : सारधा चिटफंड मामले में तृणमूल के करीबी व सांसदों से सीबीआइ पूछताछ को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व तृणमूल सरकार की भूमिका पर लगातार सवालिया निशान लग रहे हैं. इस बीच, एक बार फिर इस घोटाले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी पूछताछ किये जाने की मांग माकपा ने की है. रविवार को सारधा कांड के खिलाफ डीवाइएफआइ की रैली व सभा को संबोधित करते हुए माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य व विधानसभा में विपक्ष के नेता डॉ सूर्यकांत मिश्र ने कहा कि सारधा चिटफंड घोटाले की सीबीआइ जांच में अभी तो छोटी मछलियां फंसी हैं, बड़ी मछलियों का फंसना बाकी है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी पूछताछ होनी चाहिए. उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से सारधा कांड में तृणमूल कांग्रेस के कई आला नेताओं की संलिप्ता का आरोप लगाया. सभा के दौरान माकपा नेता ऋतुव्रत बनर्जी समेत अन्य नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे.
माकपा नेता ने कहा कि सारधा कांड में एक के बाद एक प्रभावशाली लोगों के नामों के खुलासे हो रहे हैं. इनमें कई तृणमूल के करीबी हैं, तो कई तृणमूल नेता भी हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री व उनकी नेतृत्ववाली सरकार पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.
आरोप के मुताबिक सत्तारूढ़ दल की ओर से घोटाला करनेवालों को बचाने का प्रयास किया जा रहा था. यदि ऐसा नहीं होता तो सीबीआइ जांच के पहले प्रभावशाली लोगों के नामों के खुलासे क्यों नहीं हुए? उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि सारधा कांड की जांच के भय से तो कुछ लोग पहले ही बीमार होकर अस्पताल में भरती हो रहे हैं. राज्य में परिवहन व्यवस्था चरमरा गयी है. ध्यान नहीं दिया जा रहा है. सारधा कांड की सीबीआइ जांच से लोगों की असलियत का पता चल रहा है. मां, माटी व मानुष की तृणमूल कांग्रेस के पास केवल माठ (मैदान) बच गये हैं. उन्होंने माकपा की ओर से मांग की है कि सारधा कांड की जांच जल्द समाप्त हो ताकि पीड़ितों के रुपये वापस मिल सके.