कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल के लिए निवेश आकर्षित करने के मकसद से रविवार रात सिंगापुर की यात्रा पर रवाना हो गयीं. रात 11.50 बजे सिंगापुर एयरलाइंस के विमान से वित्त मंत्री अमित मित्र और कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के दल के साथ मुख्यमंत्री पांच दिवसीय विदेश यात्रा पर रवाना हुईं.
विदेश जाने से पहले हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से बातचीत में ममता ने उम्मीद जतायी कि उनकी इस यात्रा से राज्य में निवेश आकर्षित करने में मदद मिलेगी.
उन्होंने कहा कि वह 15 साल बाद बाहर जा रही हैं. उन्होंने दावा किया कि राज्य में पूंजी निवेश का अच्छा माहौल है. अपनी विदेश यात्रा के दौरान वह उद्यमियों को राज्य की उपलब्धियों की जानकारी देंगी. उन्हें उम्मीद है कि इसका अच्छा असर पड़ेगा. जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव संजय मित्र, सीएम के विशेष सचिव गौतम सान्याल और टॉलीवुड अभिनेता देव भी सिंगापुर गये हैं.
विपक्ष ने जताया संदेह
उधर, विपक्षी दलों ने निवेश लाने को लेकर उनकी (ममता) क्षमता पर संदेह जताते हुए दावा किया है कि जमीन के मामले में तृणमूल कांग्रेस की नीतियां और टाटा मोटर्स के सिंगूर कारखाने की स्थिति को देखते हुए निवेश लाना टेढ़ी खीर है. तृणमूल कांग्रेस की गंभीरता पर सवाल उठाते हुए माकपा सांसद मोहम्मद सलीम ने कहा कि पिछले तीन साल में हमने कोई निवेश नहीं देखा है. अब मुख्यमंत्री निवेश आकर्षित करने के लिये विदेश जा रही हैं.
यह स्वागतयोग्य कदम है लेकिन किसी चीज का स्वाद उसके खाने में है. उन्होंने गंभीरता को लेकर संदेह जताया. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी ने कहा कि जिस राज्य से टाटा मोटर्स चली गयी, मुङो संदेह है कि वहां कोई विदेशी निवेश आयेगा. भाजपा के सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मुख्यमंत्री की पांच दिन की यात्रा पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘उनकी एक दिन की बैठक है. अगले चार दिन वह क्या करेंगी.’