कोलकाता : मिजोरम की बरखास्त राज्यपाल कमला बेनीवाल ने कुछ भी गलत करने की बात से आज इनकार किया और दावा किया कि उन्होंने जो कुछ किया, कायदे कानून से किया. कमला ने यहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि मैंने जो काम किया, कायदे कानून से किया.
उन्हें मिजोरम की राज्यपाल के पद से बुधवार को बरखास्त कर दिया गया जबकि दो महीने बाद ही उनका कार्यकाल समाप्त होना था. वह ऐजल से आज शाम यहां पहुंची. कमला (87) जब गुजरात की राज्यपाल थीं, उस वक्त गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी तनातनी थी.
कमला की बरखस्तगी के बाद कल राजग सरकार पर विपक्षी पार्टियों ने हमला बोलते हुए इसे ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ करार दिया. हालांकि राजग सरकार ने इसे यह कहते हुए खारिज कर दिया कि उनके खिलाफ गंभीर आरोप होने को लेकर कार्रवाई की गयी और जोर देते हुए कहा कि इसके पीछे कोई राजनीति नहीं थी.
राजनीतिक प्रतिशोध के आरोपों को खारिज करते हुए संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि फैसले के पीछे कोई राजनीति नहीं थी. मंत्री ने कहा : गंभीर आरोप हैं. सरकार ने उन पर संज्ञान लिया और कार्रवाई की. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कमला को हटाये जाने को राजनीतिक प्रतिशोध का मामला बताया और कहा कि राज्यपालों को हटाने पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के अनुरुप कार्रवाई नहीं की गई.