बागान मालिक अलग से करेंगे बातचीत
श्रम मंत्री हुए निराश
फिर से बैठक करने का निर्देश
सिलीगुड़ी : चाय बागान श्रमिकों के वेतन वृद्धि को लेकर उत्तर कन्या में आयोजित छठी बैठक भी फेल हो गयी है. इस बैठक में राज्य के श्रम मंत्री मलय घटक स्वयं उपस्थित थे. उनके तमाम प्रयासों के बावजूद कोई हल नहीं निकला. पिछले दो दिनों से यह बैठक जारी थी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 28 श्रमिक संगठनों की ज्वाइंट एक्शन कमेटी के नेताओं ने बैठक में चाय श्रमिकों की दैनिक मजदूरी 285 रुपये करने की मांग की. लेकिन इस पर मालिक पक्ष के लोग राजी नहीं हुए. बागान प्रबंधन दैनिक मजदूरी 119 रुपये करने के पक्ष में थे. इससे बात नहीं बनी और बैठक बगैर किसी नतीजे के ही खत्म हो गयी.
बैठक के दौरान श्रम मंत्री मलय घटक ने पहले श्रमिक संगठनों व बाद में बागान मालिक प्रबंधन से कई दौर की बातचीत भी की, लेकिन इसका भी कोई लाभ नहीं हुआ. बैठक बेनतीजा रहने से श्रम मंत्री काफी निराश हुए और उन्होंने बागान मालिकों को 15 दिनों के भीतर इस मामले में अंतिम फैसला करने का निर्देश दिया है.
उन्होंने श्रम विभाग के अधिकारियों से भी कहा है कि चाय श्रमिकों और बागान प्रबंधन के साथ बातचीत कर 15 दिनों के अंदर ही फिरसे बैठक की तिथि तय करने के लिए आवश्यक कदम उठायें. बागान मालिकों का कहना था कि मजदूरों का वेतन बढ़ाने पर कोई भी फैसला सभी बागान मालिकों के साथ अलग से बातचीत करने का बाद हो पायेगा. बैठक में तृणमूल श्रमिक संगठन की नेता दोला सेन, शोभन देव चटर्जी भी उपस्थित थे. दूसरी तरफ, चाय श्रमिकों की ज्वाइंट एक्शन कमेटी के नेता जिआयुर आलम ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि चाय श्रमिकों की स्थिति काफी दयनीय है.
शीघ्र ही उनके वेतन वृद्धि पर कोई फैसला होनी चाहिए. चाय बागान श्रमिक फिलहाल आंदोलन नहीं करेंगे, लेकिन मालिक पक्ष पर दबाव बनाने के लिए विभिन्न चाय बागानों में गेट मीटिंग करने की उनकी योजना है. शुक्रवार को उत्तर कन्या में बैठक के दौरान बाहर काफी संख्या में चाय बागान के श्रमिक उपस्थित थे. जैसे ही उनलोगों को वेतन वृद्धि पर कोई फैसला नहीं होने की खबर मिली, ये लोग उदास हो गये. हालांकि कई चाय श्रमिकों ने शीर्घ ही इस समस्या के समाधान की उम्मीद जाहिर की है.