कोलकाता में अवैध कॉल सेंटरों के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई
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विदेशी कंपनियों से ठगी, सात गिरफ्तार
कोलकाता में अवैध कॉल सेंटरों के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई कोलकाता : अवैध तरीके से कॉल सेंटर खोल कर देश के प्रसिद्ध सॉफ्टवेयर कंपनी के नाम पर विदेशी कंपनी के अधिकारियों से ठगी करनेवाले एक गिरोह के सात सदस्य गिरफ्तार किये गये हैं. वे विदेशी कंपनियों को तकनीकी सपोर्ट देने के नाम पर उनसे […]
कोलकाता : अवैध तरीके से कॉल सेंटर खोल कर देश के प्रसिद्ध सॉफ्टवेयर कंपनी के नाम पर विदेशी कंपनी के अधिकारियों से ठगी करनेवाले एक गिरोह के सात सदस्य गिरफ्तार किये गये हैं. वे विदेशी कंपनियों को तकनीकी सपोर्ट देने के नाम पर उनसे मोटी रकम ठग लेते थे. लालबाजार के साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार आरोपियों के नाम सिद्धार्थ बांठिया (43), इशफाक अहमद (37), रिजवान अली (30), मुदस्सर महमूद (36), जोएब तलत (29), खालिद सुल्तान (36) और सौरभ बनर्जी (34) हैं. सभी महानगर के पोर्ट इलाके, मध्य कोलकाता व उत्तर 24 परगना के रहनेवाले हैं. उनके दफ्तरों में छापेमारी कर वहां से बड़ी संख्या में कम्प्यूटर के हार्ड डिस्क जब्त किये गये हैं. उनके खिलाफ सॉफ्टवेयर कंपनी के अिधकारी बलबीर सिंह बिंद्रा ने शिकायत दर्ज करायी थी. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कॉल सेंटर में रेड कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
क्या है मामला :
कोलकाता पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने बताया कि बलबीर सिंह बिंद्रा ने इमेल के जरिये शिकायत दर्ज करायी थी. शिकायत में कहा कि उनकी कंपनी का फर्जी अधिकारी बन कर कुछ लोग विदेशों में ब्रांडेड कंपनियों के अधिकारियों को फोन कर रहे हैं. ये लोग उनकी कंपनी को तकनीकी सपोर्ट देने के नाम पर उनसे डॉलर के रूप में मोटी रकम वसूलते हैं. पर कोई सपोर्ट नहीं देते हैं. इससे विदेशों में उनकी सॉफ्टवेयर कंपनी की छवि खराब हो रही है.
लालबाजार के साइबर थाने की पुलिस ने तपसिया स्थित एक इमारत में छापेमारी कर वहां से सिद्धार्थ बांठिया, इशफाक अहमद और रिजवान अली को गिरफ्तार किया. उसके बाद पुलिस की टीम को पता चला कि एक और गिरोह है, जो इसी तरह से विदेशियों को ठग रहा है. इसके बाद पुलिस की टीम रफी अहमद किदवई रोड स्थित बाटा मोड़ के पास एक बिल्डिंग में छापेमारी कर वहां से मुदस्सर महमूद, जोएब तलत, खालिद सुल्तान और सौरभ बनर्जी को गिरफ्तार किया.
इन कॉल सेंटरों में छापेमारी के बाद हार्ड डिस्क व पेन ड्राइव को जब्त कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि कोलकाता में रात के समय विदेशों दिन का समय होने के कारण दफ्तर खुले रहते थे. इसके कारण ये लोग रात को फोन करते थे. इनके झांसे में फंसनेवालों से वे मोटी आमदनी करते थे. इस तरह से रोजाना दो से पांच लाख रुपये तक उनकी कमाई होती थी. पुलिस का कहना है कि महानगर में इस तरह के और गिरोह सक्रिय हैं. जल्द ही उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी.
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