कोलकाताः साहित्यकार नवारुण भट्टाचार्य का गुरुवार को निधन हो गया. वह 66 वर्ष के थे. गुरुवार को दिन के लगभग साढ़े चार बजे उन्होंने आखिरी सांस ली. श्री भट्टाचार्य काफी दिनों से कैंसर से ग्रस्त थे. स्थिति बिगड़ने पर उन्हें कुछ दिन पहले ठाकुरपुकुर कैंसर अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
गुरुवार को वहां उनका देहांत हो गया. उनका जन्म बहरमपुर में हुआ था. वह अभिनेता बिजन भट्टाचार्य एवं मशहूर लेखिका महाश्वेता देवी के इकलौते बेटे थे. नवारुण भट्टाचार्य ने यूं तो साहित्य के क्षेत्र में काफी काम किया है, पर उन्हें उनके नॉवेल हर्बर्ट के लिए जाना जाता है.
जिस पर उन्हें साहित्य एकेडमी अवॉर्ड मिला था. उनके इस नॉवेल पर इसी नाम से 2005 में सुमन मुखोपाध्याय ने एक फिल्म भी बनायी थी. श्री भट्टाचार्य की मौत पर बांग्ला साहित्य जगत में शोक की लहर दौड़ गयी है.