कोलकाता: सोमवार को तृणमूल के शहीद दिवस समारोह के बाद अब प्रदेश भाजपा 30 नवंबर को धर्मतल्ला में उत्थान दिवस समारोह का आयोजन करेगी. सोमवार को प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने बताया कि जिस स्थान पर तृणमूल की यह सभा हुई है वहीं पर इस समारोह का आयोजन किया जायेगा. इसके लिए प्रशासन के पास मंगलवार को आवेदन कर दिया जायेगा.
श्री सिन्हा ने कहा कि भाजपा बंगाल का विकास चाहती है. क्योंकि पिछले 37 साल में बंगाल हरेक क्षेत्र में पिछड़ रहा है. बंगाल के युवाओं का भविष्य अंधकार में है. इसलिए भाजपा यहां अब हरेक वर्ष इसी दिन उत्थान दिवस का पालन करेगी. श्री सिन्हा ने कहा कि भले ही तृणमूल की ओर से शहीद दिवस का पालन किया गया, लेकिन शहीदों के परिवार को बुला कर उनके सम्मान की कोई बात मुख्यमंत्री ने नहीं कही.
तृणमूल, भाजपा को सांप्रदायिक पार्टी कहती हैं. लेकिन आज की सभा में मुख्यमंत्री ने बंदे मातरम का उदघोष नहीं बल्कि एक धार्मिक नारा दिया. ऐसे में तृणमूल खुद सांप्रदायिक पार्टी के रूप में अपना परिचय दे रही है. तृणमूल अब भाजपा से डरने लगी हैं. इसीलिए मुख्यमंत्री ने दूसरे दलों से भाजपा में शामिल हो रहे लोगों को धमका कर अपनी पार्टी में शामिल होने को कहा. भाजपा के बढ़ते जनाधार एवं संगठन से मुख्यमंत्री डर गयी हैं. इसलिए उन्होंने अपने भाषण में किसी और राजनीतिक दल पर नहीं, बल्कि भाजपा पर निशाना साधा.
श्री सिन्हा ने आरोप लगाया कि तृणमूल के लोग वसूली में पूरी तरह से लिप्त हो गये हैं. तृणमूल के मंत्री उद्योगपतियों से एवं उनके नेता आम जनता का गला घोंट कर वसूली कर रहे हैं. सारधा कांड एवं कॉलेजों में भरती के नाम पर धांधली इसका उदाहरण है. बिना घूस के कॉलेज में छात्रों की भरती नहीं हो रही है.