सिलीगुड़ी : पैसों की हवस में रिश्तों की मर्यादा तार-तार हो गयी. एक भाई ने दूसरे भाई के घर से 14 लाख रुपये नकद की चोरी कर ली. प्रधान नगर थाना पुलिस ने आरोपी दंपति को गिरफ्तार किया है.
उनकी पहचान पार्थ दास व रिंकू दास बतायी गयी है. पुलिस ने चोरी के रुपये भी बरामद कर लिये हैं. रविवार को आरोपी को सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया गया. अदालत ने आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. अपने मां-बाप के किये की सजा उनके तीन साल के बच्चे को भी भुगतनी पड़ रही है. उसे भी अपनी मां के साथ जेल में रहना पड़ रहा है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, शनिवार तड़के करीब चार बजे मल्लागुड़ी टी ऑक्शन रोड निवासी अमिताभ दास के घर में 14 लाख रुपये से अधिक नकद की चोरी हुई. प्रधान नगर थाना पुलिस को फोन पर घटना की जानकारी अमिताभ के बड़े भाई पार्थ दास ने दी. मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने शिकायत दर्ज कर चार घंटे की जांच, पूछताछ व तलाशी में ही मामले को निपटा दिया.
पुलिस ने चोरी का 14 लाख 30 हजार 220 रुपया पुलिस को सूचना देनेवाले पार्थ दास व उसकी पत्नी रिंकू दास के पास से बरामद किया. रुपया बरामद करने के बाद जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपियों ने पूरी साजिश उगल दी. इसके पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, अमिताभ दास व आरोपी पार्थ दास सगे भाई हैं. अमिताभ पोल्ट्री मुर्गी के सप्लायर हैं. पूरे उत्तर बंगाल के विभिन्न बाजार में मुर्गी की सप्लाई करते हैं. उनका रोजाना लाखों का कारोबार होता है. वहीं बड़ा भाई पार्थ दास कोलकाता के ठाकुर नगर इलाके में रहता हे.
वहां उसकी गिफ्ट आइटम की दुकान है. माता-पिता भी पार्थ के साथ कोलकाता में ही रहते हैं. पार्थ दास की पत्नी रिंकू का मायका सिलीगुड़ी के झंकार मोड़ इलाके में हैं. मायके में किसी वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पांच दिन पहले पार्थ दास पत्नी व बच्चे सहित सिलीगुड़ी पहुंचा. शनिवार की शाम इन्हें कोलकाता के लिए वापस होना था.
लेकिन पैसों के लालच से इनका ईमान डोल गया और इन्हें जेल जाना पड़ा.जानकारी के अनुसार, अमिताभ ने अपने दो मौसेरे व फुफेरे भाइयों को भी अपने व्यवसाय के साथ जोड़ रखा था. व्यवसाय बढ़ने की वजह से ये तीनों मिलकर व्यापार संभालते हैं. रोज का कलेक्शन रिश्ते के दोनों भाई ही करते हैं.
शुक्रवार रात भी रोजाना की तरह कलेक्शन के 14 लाख से अधिक रुपये दोनों ने अमिताभ की पत्नी अनुश्री को सौंपा. अनुश्री ने अमिताभ के लैपटॉप बैग में रुपये रखकर दराज में रख दिये. जेठानी रिंकू ने इस तरह खुले में इतना रुपया रखते देख अनुश्री को आगाह भी किया, पर उसकी खुद की नीयत डोल गयी.
एेसे दिया वारदात को अंजाम
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार रात के समय पति पार्थ की निगरानी में रिंकू ने दराज से रुपये उड़ाये. पुलिस को गुमराह करने के लिए दोनों ने लैपटॉप बैग रसोई की खिड़की से बाहर फेंक दिया. घटना की जानकारी देकर शनिवार की शाम दोनों कोलकाता लौटने की फिराक में थे. लेकिन पुलिस ने इनकी कहानी के ठीक विपरीत जांच शुरू की.
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस टीम ने पाया कि घर में प्रवेश होने का दरवाजा अंदर से बंद था. रसोई घर की खिड़की से बैग नीचे फेंकने के लिए गैस चूल्हे को खिसकाया गया था. सबसे बड़ी बात यह कि बाहर फेंके गये बैग से लैपटॉप भी बरामद हुआ. घटनास्थल की बारीकी से जांच करने के बाद पुलिस ने घर की तलाशी ली.
पार्थ व रींकू के कमरे से पुलिस को पांच लाख रुपये मिले. इसके बाद पुलिस ने दोनों से सख्ती से पूछताछ की गयी, तो बिस्तर के नीचे से व एक टेडी बियर से पुलिस ने सारे रुपये बरामद कर लिये.प्राप्त जानकारी के अनुसार अमिताभ अपने माता-पिता सहित बड़े भाई पार्थ व भाभी रिंकू को बहुत मानता था. इसके पहले भी पार्थ व रिंकू उनके घर पर आते थे.
एक बार रिंकू के पांच लाख रुपये गायब होने पर अमिताभ ने भाभी को तुरंत पांच लाख रुपये की मदद दी थी. पार्थ व रिंकू की साजिश से पुलिस भी हैरान है कि दोनों ने पुलिस को कितना बेबकूफ समझा. इस संबंध में सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के डीसीपी तरुण हलदार ने प्रधान नगर थाना पुलिस की इस सफलता की दाद दी है.